नई दिल्ली। यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि आज के समय में विवाह के मायने पूरी तरह बदल गए हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि पहले जहां माता-पिता या घर के बड़े बुजुर्ग लड़का-लड़की की शादी के लिए पार्टनर चुनते थे तो वहीं अब दो प्यार करने वाले लोग एक-दूसरे से शादी करने का फैसला करते हैं। कम शब्दों में कहें तो अरेंज मैरिज के मुकाबले प्रेम विवाह को ज्यादा तर्जी दी जा रही है। यही तो एक वजह भी है कि पिछले कुछ सालों में भारत में लव मैरिज का ट्रेंड काफी ज्यादा बढ़ गया है।
लेकिन इस बात को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता कि लव मैरिज जितनी ज्यादा पॉपुलर हो रही है, उनके टूटने के मामले भी उतने ही ज्यादा सामने आ रहे हैं। ऐसा हम यूं ही नहीं कह रहे है बल्कि कुछ मर्दों से बात की, तो वह अपनी पसंद की साथी से शादी से करने के बाद भी खुश नहीं हैं। दरअसल, उन्हें अपनी कॉलेज प्रेमिकाओं से शादी करने का बहुत ज्यादा पछतावा है।
किसी ने ठीक कहा है कि रिलेशनशिप के दौरान सब कुछ ठीक लगता है। लेकिन जब शादी हो जाती है, तो कपल्स को एक-दूसरे के बारे में बहुत सी बातें पता चलती हैं। यही एक वजह भी है कि जब मैंने अपनी कॉलेज प्रेमिका से शादी करने का फैसला किया था, तो मुझे लगा था सब कुछ बढ़िया होगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
मुझे नहीं पता था कि शादी के बाद सब कुछ बदल जाएगा। दरअसल, हम दोनों के अपने-अपने सपने थे, जो शादीशुदा जिंदगी की दिनचर्या में खो गए। हमें इस बात का अफसोस है कि हमने एक रिश्ते की खातिर अपना व्यक्तिगत विकास बहुत पीछे छोड़ दिया।
जब भी मैं अपनी शादी के बारे में सोचता हूं, तो मैं खुद को उन अधूरी उम्मीदों के बोझ के तले दबा हुआ महसूस करता हूं, जोकि कभी पूरी नहीं होने वाली हैं।दरअसल, कॉलेज में हम एक-दूसरे के साथ बहुत खुश थे। हम एक साथ जीवन बिताने पर काफी खुश थे। लेकिन जैसे-जैसे साल बीतते गए हमारे रिश्ते की वास्तविकता सामने आने लगी।
हमारे सपने अलग हो गए। जिस व्यक्ति के बारे में मैंने सोचा था कि मैं उसे अच्छी तरह से जानता हूं वैसा कुछ नहीं हुआ। उसके साथ रहने के लिए मुझे काफी संघर्ष करना पड़ा। दुख की बात तो यह है कि हम एक ऐसे रिश्ते में बने हुए हैं, जिसे छोड़ना बहुत ज्यादा चुनौतीपूर्ण है।
अपने कॉलेज के प्यार से शादी करना किसे अच्छा नहीं लगता। मैं भी अपनी शादी से काफी खुश था। लेकिन शादी के कुछ सालों बाद मुझे समझ आया कि मैं और मेरी पत्नी एक-दूसरे के साथ प्यार की वजह से नहीं बल्कि अपनेपन से जुड़े हुए हैं। हमें इस बात का अहसास नहीं था कि हमारा रिश्ता खत्म हो चुका है।
अपनी प्रेमिका से शादी करना बहुत ही रोमांटिक था। हमने शादी के शुरुआती साल बहुत ही अच्छे से बिताए लेकिन आज जब मैं अपने व्यक्तित्व नुकसान के बारे में सोचता हूं, तो बहुत ज्यादा पछता हूं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस रिश्ते में मैं इस कदर उलझ गया कि मैं भूल गया कि मैं कौन था। इस शादी के लिए मैंने अपने व्यक्तिगत विकास और जुनून का बलिदान दिया।