लौंग और तुलसी को सर्दी, खांसी और जुकाम का दुश्मन माना जाता है, इन दोनों मसालों को पीसकर शहद में मिलाएं और खा जाएं, इससे नाक और गले की तकलीफ दूर हो जाएगी, साथ ही इनफेक्शन का खतरा भी कम हो जाएगा.
च्वनप्राश को आयुर्वेदिक औषधि माना जाता है जो ठंड बने पर काफी जरूरी चीज बन जाता है. इसे रोजाना रात को एक ग्लास दूध के साथ पीना चाहिए ताकि सर्दी, जुकाम और किसी तरह के इंस्फेक्शन से बचा जा सके.
इस मौसम में आपको रेगुलर भाप लेना चाहिए जिससे जुकाम का असर कम हो जाती है और सांस की नली में सूजन भी कम हो जाती है. आप उबले हुए पानी में बाम मिलाकर स्टीम सूंघ सकते हैं, साथ ही नमक और गुनगुने पानी के गरारे करने से गला साफ हो जाता है.
सर्दी का मौसम करीब आते ही आपको शहद और अदरक का रस मिलाकर पीना चाहिए इससे जुकाम आसपास भी नहीं फटकता, और अगर किसी को ये बीमारी हो जाए तब भी 2 से 3 दिन में इसका नामोनिशान मिट जाता है. शहद और अदरक के रस को हल्का गर्म करके पीने से फायदा होता है.
बदलते मौसम में हमारी इम्यूनिटी पर काफी असर पड़ता है इसलिए रोजना 2 बाद हल्दी वाला गर्म दूध पीना चाहिए क्योंकि इसमें मौजूद एंटीबायोटिक की मदद से इंफेक्शन से बचा जा सकता है और सर्दी-खांसी भी नहीं होती.