लखनऊ. उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव में इस बार वोट डालने जाएंगे तो आपको बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं. इस साल बूथ पर महिला कर्मी की अनिवार्यता नहीं रहेगी. हालांकि, ड्यूटी महिलाओं की भी लगी है, लेकिन उनकी तैनाती सामान्य तौर पर की जाएगी. बता दें, साल 2015 के पंचायत चुनाव में हर बूथ पर एक महिला कर्मी का होना जरूरी था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है.
ड्यूटी के लिए 24 हजार कर्मियों का आंकड़ा
गौरतलब है कि पंचायत चुनाव 2021 में 1748 बूथ पर मतदान होगा. इसको लेकर कर्मचारियों की तैनाती भी शुरू हो गई है. जानकारी के मुताबिक, वोटिंग सेंटर्स और बूथ पर ही 6992 कर्मचारियों को तैनात किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि हर बूथ पर पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी प्रथम, मतदान अधिकारी द्वितीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को तैनात करने की योजना बनाई गई है. इनके अलावा माइक्रो ऑब्जर्वर और जोनल-सेक्टर मजिस्ट्रेट की भी ड्यूटी लगाई जाएगी. कुल 3 हजार महिलाओं समेत 24 हजार कर्मियों का ब्यौरा जिला मुख्यालय में भेजा गया है.
सॉफ्टवेयर की मदद से होगी तैनाती
बताया जा रहा है कि कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर की मदद से कर्मचारियों को वोटिंग सेंटर्स और बूथ में तैनाती दी जाएगी. बूथ पर अनिवार्यता खत्म होने के बाद से महिलाओं को कहीं भी तैनात किया जा सकता है. जानकारी मिली है कि ऐसा भी हो सकता है कि किसी बूथ पर 2-3 महिलाएं एक साथ तैनात हों और किसी बूथ पर एक भी नहीं.
बूथों पर न्यूनतम सुविधाओं की रिपोर्ट तलब
लखनऊ डीएम अभिषेक प्रकाश ने निर्देश दिया है कि आठों ब्लॉकों की रिपोर्ट दी जाए, जिसमें न्यूनतम सुविधाओं की जानकारी दी जाएगी. इस रिपोर्ट में बताया जाएगा कि सेंटर तक पहुंचने के लिए पक्का रास्ता, सेंटर के चारों तरफ बाउंड्री, कर्मियों के लिए पानी की सुविधा, कमरों में खिड़की-दरवाजे, बिजली सप्लाई और शौचालय पर्याप्त और सही स्थिति में हैं या नहीं.