नई दिल्ली। पिछले दिनों एयर इंडिया समेत कई कंपनियों का प्राइवेटाइजेशन करने वाली केंद्र सरकार धीरे-धीरे बैंकों का भी निजीकरण कर रही है. आईडीबीआई बैंक की हिस्सेदारी बेचने की योजना सरकार की तरफ से काम किया जा रहा है. लेकिन इससे पहले सरकार ने एक्सिस बैंक में अपनी 1.5 प्रतिशत हिस्सेदारी को बेच दिया है. इसके माध्यम से सरकार ने 3839 करोड़ रुपये जुटाये हैं. सरकार ने यह हिस्सेदारी स्पेसिफाइड अंडरटेकिंग ऑफ द यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया के जरिये रखी हुई थी.
इस बारे में दीपम सचिव तुहिन कांत पांडेय ने ट्विटर पर जानकारी दी. यह बिक्री पिछले हफ्ते हुई़, सरकार ने एसयूयूटीआई के माध्यम से 1.5 फीसदी की हिस्सेदारी बेची. सरकार ने हिस्सेदारी ऑफर फॉर सेल के माध्यम से बेची, जिसमें फ्लोर प्राइस 830.63 रुपये प्रति शेयर रहा. निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंध विभाग के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने ट्विटर पर लिखा, ‘सरकार ने एसयूयूटीआई के जरिये एक्सिस में रखे शेयर बेचकर 3,839 करोड़ रुपये जुटाये हैं.’
सरकार ने एसयूयूटीआई हिस्सेदारी बेचकर अबतक 28,383 करोड़ रुपये की राशि जुटायी है. चालू वित्त वर्ष 2022-23 में विनिवेश से 65,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है. इस डील के साथ ही सरकार की एक्सिस बैंक में हिस्सेदारी खत्म हो गई. फाइलिंग के अनुसार बिक्री OFS के जरिये ब्लॉक डील में हुई. आपको बता दें एक्सिस बैंक की यह ब्लॉक डील 10 और 11 नवंबर को हुई.
SUUTI की तरफ से ICICI सिक्योरिटीज, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया और मॉर्गन स्टैनली इंडिया आदि ब्रोकर्स रहे. यह जानकारी सामने आने के बाद बुधवार को बंद हुए कारोबारी सत्र में एक्सिस बैंक का शेयर BSE पर 854.65 पर बंद हुआ. इससे पहले बैंक में अमेरिकी बेस्ड इक्विटी फर्म बैन कैपिटल ने भी एक्सिस बैंक में ओपन मार्केट में 1487 करोड़ रुपये में अपनी 0.54 फीसदी हिस्सों की बिक्री की थी. सितंबर तिमाही में एक्सिस बैंक का नेट प्रॉफिट पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले 70 प्रतिशत बढ़कर 5330 करोड़ रुपए रहा.