मेरठ। न्यूटिमा अस्पताल विवाद को लेकर समाजवादी पार्टी के सरधना से विधायक अतुल प्रधान और आईएमए चिकित्सक आमने सामने हैं। एक तरफ सपा विधायक कलक्ट्रेट में धरने पर बैठे हैं तो वहीं चिकित्सक मेडा की न्यूटिमा अस्पताल पर कार्रवाई को लेकर विरोध में उतर आए हैं।
मेरठ कलक्ट्रेट में तीसरे दिन बुधवार को भी सपा विधायक अतुल प्रधान का आमरण-अनशन जारी है। न्यूटिमा सहित निजी अस्पतालों में गरीबों से लूट होने का आरोप लगाकर सपा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की। वहीं मेडा की सीलिंग के विरोध में मंगलवार को जहां चिकित्सकों का न्यूटिमा अस्पताल में जमावड़ा रहा। इस दौरान चिकित्सकों के निशाने पर विधायक अतुल प्रधान रहे। आईएमए जिंदाबाद और विधायक के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए। चिकित्सों ने कहा कि हमें गुंडो का भय नहीं है।
दरअसल, मंगलवार को अतुल प्रधान ने कहा कि सत्ताधारी नेताओं के दबाव में न्यूटिमा हॉस्पिटल की सीलिंग की कार्रवाई 15 दिन टाल दी। यह छूट क्यों दी गई। कब तक खैर मनाओगे, मैं तो अमरण-अनशन पर बैठा रहूंगा। पत्नी सीमा प्रधान गांव-गांव पहुंचकर लोगों से समर्थन मांग रही हैं। यह लड़ाई गरीबों की है, जिसमें मैं आहुति देने का काम कर रहा हूं।
अनशन के दूसरे दिन मवाना, फलावदा और सरधना से लोग ट्रैक्टर-ट्रॉली से कलक्ट्रेट पहुंचे। यू-ट्यबर पूनम पंडित, आप, रालोद और किसान संगठन के पदाधिकारी भी कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर पहुंचे। एडीएम सिटी बृजेश सिंह और एसपी सिटी पीयूष सिंह ने अतुल प्रधान से वार्ता की, जो विफल रही। सपा कार्यकर्ता निजी अस्पताल चलाने वाले डॉक्टरों के खिलाफ नारे लगाते रहे।