एससीआरए यानी स्पेशल क्लास रेलवे अपरेंटिस की परीक्षा को IIT से भी कठिन मानी जाती है. अगर इसमें सेलेक्शन हो जाता है, तो नौकरी पक्की हो जाती है यानी लाइफ सेट मानी जाती है. SCRA की भर्ती परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) हर साल आयोजित करती है. साइंस विषय के साथ 12वीं पास कोई भी उम्मीदवार इसके लिए आवेदन कर सकते हैं. SCRA अपने आकर्षक वेतन पैकेज, लाभ और नौकरी (job) के आश्वासन के कारण यह देश में सबसे अधिक मांग वाली परीक्षाओं में से एक है. इसमें सैलरी के साथ बोनस और प्रोत्साहन जैसे अतिरिक्त भत्ते भी मिलते हैं. योग्यता परीक्षा रिजल्ट, ग्रेड और सेवा की लंबाई के आधार पर अतिरिक्त वेतन वृद्धि के साथ वेतन बढ़ता है.

SCRA अपरेंटिस अपने वेतन के अलावा मेडिकल लाभ और ओवरटाइम लाभ के लिए भी योग्य हैं. उन्हें छुट्टी की सुविधा और पेंशन योग्य सेवा अवधि मिलती है. इसमें मिलने वाले पैकेज SCRA अपरेंटिस को अत्यधिक लोकप्रिय बनाते हैं. कुल मिलाकर SCRA परीक्षा से जुड़ा वेतन पैकेज और लाभ काफी आकर्षक हैं, जो इसे तकनीकी पर्यवेक्षी भूमिका में भारतीय रेलवे सेवा में शामिल होने के इच्छुक लोगों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बनाता है. अगर आप भी इन पदों पर नौकरी पाना चाहते हैं, तो दिए गए इन बातों को ध्यान से जरूर पढ़ें.

पाठ्यक्रम पूरा होने पर SCRA उम्मीदवारों को भारतीय रेलवे मैकेनिकल इंजीनियर्स सेवा में असिस्टेंट मैकेनिकल इंजीनियर्स (AME) के रूप में तैनात किया जाता है. भारतीय रेलवे ग्रुप ए अधिकारी के रूप में सीधे तैनात होने के बाद सीनियर एडमिनिस्ट्रेशन के तैर पर प्रमोशन होता है.

लीव स्पेशल क्लास रेलवे अपरेंटिस (SCRA) को उनकी अपरेंटिस के किसी भी वर्ष में एक महीने की अवधि के लिए पूर्ण वजीफे के साथ छुट्टी दी जा सकती है.

मेडिकल फैसिलिटी सभी स्पेशल क्लास अपरेंटिस रेलवे कर्मचारियों के समान ही रेलवे अस्पतालों और औषधालयों में फ्री मेडिकल केयर के लिए योग्य हैं.

यात्रा सुविधाएं प्रति वर्ष, पास के दो सेट और विशेषाधिकार टिकट ऑर्डर (पीटीओ) के छह सेट पूरे भारतीय रेलवे में मान्य हैं.

अपने प्रशिक्षण के हिस्से के रूप में मुख्यालयों के बीच यात्रा करने वाला एक विशेष श्रेणी का स्पेशल क्लास अपरेंटिस में शामिल अवधि के लिए दैनिक भत्ते का हकदार हैं.

रेलवे स्टाफ कॉलेज, बड़ौदा के ट्रेनी अपने पूरे प्रशिक्षण के दौरान पूर्ण दरों पर दैनिक भत्ते के हकदार होंगे.

चार साल का प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करने पर स्पेशल क्लास अपरेंटिस को मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त होती है. यह डिग्री AICTE (अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद) द्वारा मान्यता प्राप्त है.