मुम्बई। मीना शौरी जिन्हें भारत में लारा लप्पा गर्ल और पाकिस्तान में लक्स लेडी के नाम से पहचान मिली. 5 शादियां कीं, 2 बार धर्म बदला औऱ भारत पाकिस्तान की फिल्मों में काम किया. एक बार तो यूं भी हुआ कि बंटवारे के बाद पाकिस्तानी फिल्मों में काम करने के लिए इन्होंने पति को छोड़ दिया. फिल्म सफर कामयाबी से भरा रहा, लेकिन बचपन और बुढ़ापा, गरीबी, पिता के जुल्म, अकेलेपन में बीता. कंगाली ऐसी भी आई जब जनाजे के लिए ना इनके रिश्तेदार थे ना पैसे. आखिरकार चंद पड़ोसियों ने चंदा कर इनका अंतिम संस्कार किया.
17 नवंबर 1921 में खुर्शीद बानो यानी मीना शौरी का जन्म रायविंद में हुआ, ये ब्रिटिश इंडिया का हिस्सा था,जो बंटवारे के बाद पाकिस्तान के हिस्से आया. गरीब परिवार में पिता रोजाना मां और बहनों को मारा करते थे. जब बहन की शादी बॉम्बे में हुई तो उसने इन्हें भी अपने पास बुला लिया. जब ये अपनी बहन और उनके पति के साथ सिकंदर फिल्म की स्क्रीनिंग में पहुंची तो सोहराब मोदी ने इन्हें उसी फिल्म में काम दे दिया. सोहराब मोदी से कॉन्ट्रैक्ट किया तो कई फिल्मेंं छोड़नी पड़ीं. जब इन्होंने दूसरी फिल्म साइन की तो सोहराब ने इन पर 3 लाख का जुर्माना लगाया. 30 हजार में सेटलमेंट कर मीना ने कॉन्ट्रेक्ट खत्म किया और लाहौर और बॉम्बे की कई फिल्में कीं.
साथ काम करते हुए मीना ने प्रोड्यूसर रूप के शौरी से शादी की. जब मीना ने बंटवारे के बाद पति के साथ पाकिस्तान जाकर फिल्म बनाई तो उन्हें इतनी पॉपुलैरिटी मिली कि उन्होंने वापस आने से इनकार कर दिया. रूप वापस आ गए और तलाक ले लिया. इन्हें पाकिस्तान की लक्स लेडी कहा गया. बढ़ती उम्र और 5 नाकाम शादियों के गम में ये अकेले रहने लगीं. सारी जमापूंजी खत्म गई और ये लाहौर में किराए के घर में रहने लगीं. आखिरकार 3 सितंबर 1989 में 67 साल की उम्र में मीना शौरी दुनिया से रुख्सत हो गईं. कोई रिश्तेदार नहीं था तो पड़ोसियों ने ही चंदा इकठ्ठा कर इनका अंतिम संस्कार किया.