लखनऊ. उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने बसपा छोड़ वापस समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है. सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने उन्हें सदस्यता दिलाई. इसके बाद चौधरी फफक कर अखिलेश यादव के सामने रो पड़े. पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने कहा कि आज का दिन मेरे लिए पुनर्जन्म के बराबर है. आगे उन्होंने कहा, ‘मेरे मन में एक अभिलाषा है कि 2022 में अखिलेश यादव को दोबारा सीएम बनता देखूं. जो भी उपलब्धियां हैं इसी छांव की है. जबकि 68 साल के अंबिका को रोते हुए देख अखिलेश भी भावुक हो गए. उन्होंने अंबिका के आंसुओं को पोछा.’
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि आप बहुत भावुक हो गए हैं. अंबिका चौधरी जो कहना चाह रहे थे वो भी नहीं कह पा रहे थे. कितने कष्ट से ये दिन गए होंगे, आज मुझे एहसास हुआ है. मेरी कोशिश रहेगी नेताजी (मुलायम सिंह यादव) से जुड़े हुए सभी लोगों को एक साथ लाया जाए. न जाने क्यों बहुत मजबूत रिश्ते आसानी से टूट जाते हैं लेकिन अब फिर से सब सही हो रहा है. अखिलेश यादव ने कहा कि राजनीति में उतार चढ़ाव आते हैं, लेकिन सही समय पर जो साथ दें वही साथी सच्चा है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में बलिया के लोगों की भूमिका उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने में काफी अहम होगी.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वहीं धरती है जिसने पहले ही खुद को अंग्रेजों से आजाद करवा लिया था. अखिलेश ने कहा कि जिला पंचायत के चुनाव में पूरे प्रदेश में सबसे मजबूती के साथ बलिया के लोग खड़े दिखाई दिए. यही बलिया की पहचान है. समाजवादियों का सबसे गहर रिश्ता बलिया से रहा है. लखनऊ में भी सबसे बड़ी पहचान बलिया के लोगों की है, जैसे जेपी, एनआईसी बिल्डिंग. बता दें कि अंबिका चौधरी एक समय में समाजवादी पार्टी के बड़े नेताओं में थे. हालांकि, 2019 लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने मनमुटाव के चलते बसपा जॉइन कर ली थी.