भुवनेश्वर। ओडिशा की नवीन पटनायक सरकार ने 943 करोड़ की लगात से पुरी में श्रीमंदिर प्रोजेक्ट पूरा कर लिया है। राम मंदिर से 7 दिन पहले जगन्नाथ मंदिर कॉरिडोर का उद्घाटन किया जायेगा। उद्घाटन में 1000 मंदिरो को आमंत्रित किया जाएगा।

अयोध्या राम मंदिर से पहले ओडिशा की नवीन पटनायक सरकार ने पुरी में श्री जगन्नाथ मंदिर कॉरिडोर का प्रोजेक्ट पूरा कर लिया है। इसे श्री मंदिर परिक्रमा प्रोजेक्ट नाम दिया गया। जो 943 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है। इसमें 7 मीटर का हरा बफर जोन और 10 मीटर का पैदल यात्री यात्री क्षेत्र है, जिसका उपयोग मंदिर की परिक्रमा के लिए किया जाएगा।

अब राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से 7 दिन पहले पुरी में भव्य कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है।15 से 17 जनवरी के बीच जगन्नाथ मंदिर कॉरिडोर का उद्घाटन कार्यक्रम है। इस उद्घाटन कार्यक्रम के लिए  857 मंदिरों को आमंत्रित किया जाएगा।। जबकि वैष्णो देवी, कामाख्या मंदिर और शिरडी साईं मंदिरों सहित 180 प्रमुख भारतीय मंदिरों को भी 15 जनवरी से शुरू होने वाले तीन दिवसीय उद्घाटन समारोह के लिए आमंत्रित किया जाएगा।  दुनियाभर के प्रमुख हिन्दू मंदिरों और नेपाल के राजा को भी निमंत्रण भेजा है। प्रोजेक्ट में 943 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। ओडिशा में अगले साल विधानसभा चुनाव भी होने है, इसके मद्देनजर भी यह कार्यक्रम पटनायक सरकार के लिए काफी अहम माना जा रहा है।

इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य 12वीं शताब्दी के जगन्नाथ मंदिर के चारों ओर के गलियारे को एक आधुनिक तीर्थस्थल बनाना है। इस कॉरिडोर के साथ अब एक बार में 6,000 भक्तों के लिए खड़े होने की जगह होगी। इसके अलावा उनके सामानों की स्क्रीनिंग सुविधा, लगभग 4,000 परिवारों के सामान रखने के लिए अलमारी, पीने का पानी सहित कई आधुनिक सुविधाएं शामिल हैं। शौचालय सुविधाएं, हाथ/पैर धोने की सुविधाएं, आराम के लिए आश्रय मंडप, हाईटेक कार पार्किंग, पुलिस और फायर ब्रिगेड और इमरजेंसी परिस्थितियों के लिए गाड़ियों की सुविधा आदि शामिल हैं।