नई दिल्ली. केंद्र सरकार कई ऐसी योजनाओं का संचालन करती है, जिनके जरिए गरीब वर्ग और जरूरतमंद लोगों तक लाभ पहुंच पाता है। इन योजनाओं में आम जरूरतों को पूरा करने से लेकर बाकी कई तरह की योजनाएं शामिल होती हैं। जैसे- छोटे और सीमांत किसानों के लिए केंद्र सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को चलाती है। इस योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को हर चार महीने के भीतर 2-2 हजार रुपये की तीन किस्त में पैसे दिए जाते हैं यानी सालाना कुल 6 हजार रुपये सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजे जाते हैं। वहीं, अब 12वीं किस्त भी जल्द आ सकती है, लेकिन कुछ कारण ऐसे हैं जिनकी वजह से कुछ लाभार्थियों को मिलने वाले किस्त के पैसे अटक सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इस बारे में। आप अगली स्लाइड्स में वो कारण जान सकते हैं, जिनकी वजह से आपकी किस्त अटक सकती है…

अगर आप किसी दूसरे किसान की जमीन पर किराए पर खेती करते हैं, तो आपको लाभ नहीं मिल सकता। जबकि अगर आपकी जमीन आपके पिता या दादा के नाम पर है, तो भी आप लाभ से वंचित रह सकते हैं। इन दोनों स्थितियों में जमीन लाभार्थी के नाम पर होनी जरूरी है।

अगर आप 10 हजार रुपये से ज्यादा की मासिक पेंशन लेने वाले सेवानिवृत्त पेंशनभोगी हैं, तो भी आपको लाभ नहीं मिलेगा। इसके अलावा किसी सरकारी पद पर होने वाले लोग भी लाभ नहीं ले सकते हैं।

पीएम किसान योजना का लाभ सीधा किसानों के बैंक खाते में आता है। ऐसे में अगर आपने जो बैंक की जानकारी दी है, वो गलत है या उसमें किसी अन्य तरह की कोई दिक्कत है तो भी आपके किस्त के पैसे अटक सकते हैं।

आप योजना के लाभार्थी हैं, लेकिन आपके आवेदन फॉर्म और आधार कार्ड में नाम की स्पेलिंग अलग-अलग है। तो ऐसी स्थिति में आप किस्त के लाभ से वंचित रह सकते हैं। इसके अलावा अगर आपने जेंडर नहीं भरा है या फॉर्म में नाम अंग्रेजी की जगह हिंदी में भरा है आदि। तो इस केस में भी किस्त के पैसे अटक सकते हैं।