नई दिल्ली. किसानों को सिंचाई के लिए सौर ऊर्जा से चलने वाले सोलर पंप प्रदान करने के लिए राजस्थान सरकार ने कुसुम योजना शुरू की है. इस योजना के तहत केंद्र सरकार और राजस्थान राज्य सरकार 3 करोड़ पेट्रोल और डीजल सिंचाई पम्पों को सोर ऊर्जा पम्पों में बदलेगी. जिसके बाद जो किसान सिंचाई पम्प डीजल या पेट्रोल से चलाते हैं वो इसे सोर ऊर्जा से चला पाएंगे . बता दें कि इस योजना के तहत राज्य सरकार ने करीब 17.5 लाख डीजल पम्पों और 3 करोड़ खेती उपयोगी पम्पस को आगे आने वाले 10 सालों में सोलर पम्पस में परिवर्तित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

इस योजना का लाभ राज्य के हर किसान को मिलेगा.
योजना का उद्देश्य रियायती मूल्य पर सौर सिंचाई पंप उपलब्ध कराना.
योजना के तहत पहले चरण में डीजल से चल रहे 17.5 लाख सिंचाई पंपों को सौर ऊर्जा से चलाया जाएगा.
योजना से किसानों की खेती में बढ़ावा होगा.
इस योजना से मेगावाट अतिरिक्त बिजली का उत्पादन होगा.
योजना के तहत सोलर पेनल लगाने के लिए सरकार की तरफ से किसानों को 60% केंद्र सरकार की तरफ से वित्तीय सहायता दी जायेगी और बैंक 30% ऋण की सहायता प्रदान करेगा. वहीं किसानों को सिर्फ 10 फीसदी का भुगतान करना होगा.

आवेदक राजस्थान का स्थाई निवासी होना चाहिए.
आवेदक कुसुम योजना के अंतर्गत 0.5 मेगावाट से 2 मेगावाट क्षमता तक के सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए आवेदक द्वारा आवेदन किया जा सकता है.
आवेदक द्वारा अपनी भूमि के अनुपात में 2 मेगावाट क्षमता या फिर वितरण निगम द्वारा अधिसूचित क्षमता के लिए आवेदन कर सकता है.प्रति मेगावाट के लिए लगभग 2 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता होगी.
महत्वपूर्ण दस्तावेज

आधार कार्ड
राशन कार्ड
रजिस्ट्रेशन की कॉपी
ऑथराइजेशन लेटर
जमीन की जमाबंदी की कॉपी
चार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा जारी नेटवर्थ सर्टिफिकेट
मोबाइल नंबर
बैंक खाता विवरण
पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
राजस्थान कुसुम योजना के अंतर्गत ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया

सबसे पहले आप योजना की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं.
फिर आपके सामने होम पेज खुलेगा.
यहां आप Online Registration के ऑप्शन पर क्लिक कर दें.
फिर आवेदन फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारियों को ध्यानपूर्वक भर दें.
इसके बाद आप सबमिट के बटन पर क्लिक करे दें.
फिर फॉर्म के जांच के कुछ ही दिनों में आपके खेत में सोलर पम्प लगा दिए जायेगे.