नई दिल्ली; उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में स्थित शीतला देवी मंदिर, न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह स्वास्थ्य लाभ का एक अद्भुत केंद्र भी माना जाता है. मान्यता है कि यहां माता शीतला के दर्शन से रोगों से राहत मिलती है, और हर साल हजारों भक्त दूर-दूर से इस पवित्र स्थल पर आते हैं. चाहे चेचक की बीमारी हो या अन्य रोग, भक्तों का विश्वास है कि माता का आशीर्वाद उन्हें स्वस्थ बनाता है. आइए जानें इस अद्भुत मंदिर के बारे में, जहां भक्ति और चिकित्सा का एक अनोखा संगम देखने को मिलता है.

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद में स्थित शीतला देवी मंदिर को चेचक और अन्य रोगों से मुक्ति का पवित्र स्थान माना जाता है. भक्तों का विश्वास है कि इस मंदिर में माता शीतला के दर्शन मात्र से ही उन्हें स्वास्थ्य लाभ मिलता है. ये स्थल उन लोगों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो लंबे समय से बीमारियों से जूझ रहे हैं और राहत की तलाश कर रहे हैं.

मंदिर पर आए एक भक्त और मंदिर ट्रस्ट के अधिकारी डॉ. बृजेश सिंह ने लोकल 18 को बताया कि, हर साल, यूपी के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों से हजारों भक्त शीतला देवी के दर्शन के लिए आते हैं. विशेष अवसरों और त्योहारों के समय, मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है.

मंदिर की चिकित्सा शक्तियों की मान्यता पुरानी है. भक्तों का कहना है कि पहले जब भारत में चेचक और प्लेग जैसी बीमारियाँ फैल रही थीं, तब यहां दर्शन करने से मरीज 20 दिनों के भीतर ठीक हो जाते थे. यह ऐतिहासिक मान्यता आज भी लोगों को आकर्षित करती है और नए भक्तों को यहां आने के लिए प्रेरित करती है.

शीतला देवी मंदिर सोनभद्र नगर मुख्यालय से लगभग 23 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां पहुंचने के लिए भक्तों को रेल, ऑटो, और बस जैसी परिवहन सुविधाएं उपलब्ध हैं. सड़क मार्ग से यात्रा करना भी सरल है, जिससे दूर-दराज के क्षेत्रों से भक्त आसानी से मंदिर पहुंच सकते हैं और माता के आशीर्वाद का लाभ उठा सकते हैं.

भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर के निकट ठहरने और खाने-पीने की अच्छी व्यवस्थाएं हैं. यहां धर्मशालाएं, बजट होटल, और उच्च गुणवत्ता वाले होटलों की सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो भक्तों के लिए किफायती और सुविधाजनक हैं. इस तरह, भक्त न केवल दर्शन कर सकते हैं, बल्कि आराम से ठहर भी सकते हैं और अपने अनुभव को और भी सुखद बना सकते हैं.