नई दिल्ली. कपड़े धोना सबसे बोझिल काम लगता है, खासकर तब जब आपके घर में Washing Machine न हो और हाथ से रगड़-रगड़कर कपड़ों के जिद्दी दागों को दूर किया जाए. Washing Machine भी कपड़े धोते समय ज्यादा पानी और डिटर्जेंट का इस्तेमाल करती है. कपड़े धोने के लिए सैकड़ों लीटर पानी बर्बाद हो जाता है. डिटर्जेंट भी हमारी स्किन के लिए अच्छे नहीं होते हैं, साथ ही यह कपड़ों के फैब्रिक को भी खराब करते हैं. लेकिन एक स्टार्टअप कंपनी ने ऐसा समाधान खोजा है, जो 80 सेकंड में कपड़ों को चकाचक कर देगी. इसमें न ज्यादा पानी खर्च होगा और न डिटर्जेंट.
चंडीगढ़ की एक स्टार्ट अप कंपनी है 80Wash, जो दो बड़ी समस्याओं पर काम कर रही है. एक है ऑटोमैटिक और दूसरा मशीन में खर्च होने वाले ज्यादा पानी और डिटर्जेंट के नाम पर इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स पर. इसी के लिए रूबल गुप्ता, नितिन कुमार सलूजा और विरेंद्र सिंह ने स्टार्ट कंपनी 80Wash की शुरुआत की है. उनकी ये वॉशिंग मशीन 80 सेकंड में कपड़ों को साफ कर सकती है. लेकिन ध्यान रहे कि सफाई का टाइम दाग और कपड़ों के हिसाब से बढ़ सकता है. अगर ज्यादा कपड़े हैं और ज्यादा गंदे है तो ज्यादा समय लग सकता है.
यह वॉशिंग मशीन ISP स्टीम तकनीक पर बेस्ट है, जो बैक्टेरिया को लो फ्रिक्वेंसी रेडियो फ्रिक्वेंसी पर बेस्ट माइक्रोवेव की मदद से खात्मा करती है. खास बात है कि इसमें आप मेटल कंपोनेंट और PPE किट को भी साफ कर सकते हैं, बस थोड़ा पानी और कुछ मिनट खर्च करने होंगे.
यह मशीन कपड़ों में लगे दाग, धूल और कलर को आसानी से साफ कर सकती है. इसके लिए ड्राई स्टीम जनरेटर का इस्तेमाल किया जाता है. 5 कपड़ों को धोने में 80 सेकंड्स का वक्त लगता है. इसमें सिर्फ आधे कप पानी का इस्तेमाल होगा. यह कैपेसिटी 7-8KG वाले मॉडल की है. 80KG वाले मॉडल की कैपेसिटी 50 कपड़ों को साफ करने की है, जिसमें सिर्फ 5 से 6 गिलास पानी लगेगा.
यह मशीन फिलहाल मार्केट में नहीं आई है. यह पायलट प्रोजेक्ट पर है. इसे अभी चंडीगढ़, पंचकुला और मोहाली के कुछ अस्पताल में लगाया गया है. स्टार्टअप को पंजाब और हरियाणा सरकार से मंजूरी भी मिल गई है.