जैसे-जैसे पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का समय निकट आ रहा है, राजनीतिक एवं प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां बढ़ती जा रही हैं। लेकिन इस बीच देश में ओमिक्रोन संक्रमण का फैलता दायरा चिंता का विषय बन गया है। ऐसे में बढ़ते संक्रमण के बीच मतदान कराना सरकार एवं चुनाव आयोग के लिए चुनौती बन गया है। सोमवार को इसी क्रम में एक अहम बैठक होने जा रही है, जिसमें संभावित हालातों पर मंथन होगा। इस दौरान कुछ विशेष गाइडलाइन आदि भी सामने आ सकती है। अगले साल की शुरुआत में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों के मद्देनजर चुनाव आयोग के शीर्ष अधिकारी सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण से बातचीत करेंगे। इस दौरान आयोग ओमिक्रोन वैरिएंट के मद्देनजर स्वास्थ्य सचिव से देश में कोरोना के ताजा हालात की जानकारी ले सकता है।
गोवा, पंजाब, उत्तराखंड और मणिपुर विधानसभाओं का कार्यकाल अगले साल मार्च में अलग-अगल तिथियों को खत्म हो रहा है। जबकि उत्तर प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल मई में समाप्त होगा। चुनाव आयोग द्वारा अगले महीने चुनाव तिथियों की घोषणा किए जाने की संभावना है। चुनाव आयोग राजेश भूषण से चुनाव प्रचार के लिए अपने कोरोना प्रोटोकाल, चुनाव तिथियों और मतगणना तिथियों में सुधार के लिए सुझाव भी मांग सकता है। मंगलवार को मुख्य चुनाव आयुक्त और उनके साथी चुनाव आयुक्तों का चुनावी तैयारियों का जायजा लेने के लिए उत्तर प्रदेश के दौरे पर जाने का भी कार्यक्रम है। इससे पहले चुनाव आयोग पंजाब, गोवा और उत्तराखंड का दौरा कर चुका है और वहां चुनाव तैयारियों का जायजा ले चुका है।