अलीगढ़। उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे और हाईवे पर तेज रफ्तार और चालकों की आने वाली नींद की झपकी काल बन रही है। बुधवार को यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए हादसे की एक वजह नींद की झपकी भी मानी जा रही है। बस में सवार यात्रियों का कहना है कि चालक तेज रफ्तार में बस चला रहा था। इसी दौरान ओवरटेक करने लगा। बस कंट्रोल नहीं हो सकी और ट्रक में पीछे से जा टकराई। हादसे के बाद चालक मौके से फरार हो गया है। चालक का नाम श्यामू बताया जा रहा है
जिले में पुलिस-प्रशासन लगातार वाहन चालकों को जागरूक करने का अभियान चला रहा है। इसके बाद भी सड़क हादसों का ग्राफ थमने का नाम नहीं ले रहा है। खासकर रात में वाहन संचालन के दौरान नींद की झपकी हादसों का प्रमुख कारण बन रही है। इन हादसों में सर्वाधिक लोगों की जान जा रही है। प्रदेश भर में अलीगढ़ सड़क हादसों के लिए बदनाम है। सड़क हादसों में मरने व घायल होने वालों की सूची में अलीगढ़ पूरे प्रदेश में टॉप-25 में शामिल है।
यहां हादसों में हर दूसरे दिन किसी न किसी की जान चली जा रही है। पिछले 10 दिन में ही जिले भर में 11 स्थानों पर हुईं सड़क दुर्घटनाओं में 21 लोग अपनी जान गवां चुके हैं। बता दें कि यमुना एक्सप्रेसवे पर बुधवार की देर रात करीब साढ़े 12 बजे कोहरे के बीच एक भीषण हादसे में टूरिस्ट बस सवार दिल्ली निवासी एक ट्रांसपोर्टर की पत्नी और उनके छह माह के बेटे समेत छह लोगों की मौत हो गई है। जबकि 15 लोग घायल हुए हैं। इनमें एक ही परिवार के सात लोग हैं। बस दिल्ली से आजमगढ़ जा रही थी।
जब बस टप्पल क्षेत्र में गांव सिमरौठी (माइल स्टोन 57) के पास पहुंची तो चालक ने आगे जा रहे ट्रक को ओवरटेक करने का प्रयास किया। लेकिन कोहरे में तेज रफ्तार बस के चालक को ट्रक सही से नजर नहीं आया और बस का एक हिस्सा (कंडक्टर साइड) ट्रक से टकराकर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। चीख पुकार मचने पर हाईवे पेट्रोलिंग और थाना पुलिस मौके पर पहुंची। घायलों को जेवर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सीओ वरुण कुमार सिंह ने बताया कि कृष्णा ट्रैवल्स की यह टूरिस्ट बस रात को साढ़े दस बजे दिल्ली में कश्मीरी गेट से आजमगढ़ जाने के लिए चली थी।
बस में अलग अलग शहरों के लिए लोग सवार हुए थे। इस डबल डेकर बस में 48 लोग बैठे थे। बस की रफ्तार भी तेज थी। कोहरे में ट्रक को ओवरटेक करने के दौरान हादसा हुआ है। बस ट्रक में घुसती चली गई है। पुलिस ने रात को ही घायलों को अस्पताल में भर्ती करा दिया था। सभी छह शवों की पहचान हो गई है। जिनमें दिल्ली में रामपार्क इलाके में प्रमोद ट्रांसपोर्ट के मालिक प्रमोद गिरी की पत्नी पारुल (26) और उनका छह माह का बेटा आरोह, रामपुर थाना लालगंज प्रतापगढ़ निवासी हसमुख (28), आजमगढ़ के भंवरना निवासी रामप्रीत (60), सुल्तानपुर के मुस्तविहार निवासी प्रीत (30), दिल्ली निवासी सचिन (40) शामिल हैं।