नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली सहित अन्य बड़े रेलवे स्टेशनों और आरक्षण काउंटर के आसपास टिकट दलालों के आदमी घूमते रहते हैं। कंफर्म टिकट नहीं मिलने से परेशान यात्रियों को पहचान कर उन्हें अपनी जाल में फंसाते हैं। वह आनलाइन या फिर रेलवे कर्मचारियों की मिलीभगत से कंफर्म तत्काल टिकट उपलब्ध कराकर किराया से कई गुना ज्यादा पैसे वसूलते हैं। इन्हें रोकने के लिए रेलवे प्रशासन द्वारा कदम उठाए जाते हैं, बावजूद इसके टिकटों की कालाबाजारी नहीं रूक रही है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि टिकटों की कालाबाजारी रोकने के लिए आरपीएफ और वाणिज्य विभाग की टीम बनाकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पिछले एक पखवाड़े मे नई दिल्ली आरपीएफ द्वारा 25 के करीब दलाल पकड़े गए हैं। दिल्ली रेल मंडल में एक सितंबर से अबतक 60 दलाल पकड़े गए हैं। आरपीएफ की टीम प्रबल साफ्टवेयर से टिकट बुकिंग के आंकड़ों का विश्लेषण कर जरूरत के अनुसार कार्रवाई कर रही है।
किसी मोबाइल नंबर या मेल आइडी से आनलाइन टिकट बुकिंग का पूरा विवरण इस साफ्टवेयर में सुरक्षित हो जाता है। इससे यह पता चल जाता है कि किस नंबर या ईमेल से ज्यादा टिकट बुक हो रहे हैं। इसके आधार पर आरपीएफ और रेलवे वाणिज्य विभाग की टीम को कार्रवाई करने में मदद मिलती है।
2022 253 5297
2021 263 4004
2020 286 6915
2019 168 2311