गले की खराश सिर्फ सर्दियों में ही नहीं होती। कई बार ठंडा पानी पी लेने, खट्टा खा लेने या कुछ अन्य संक्रमणों के कारण भी हो सकती है। इसका सामना आपको गर्मियों के माैसम में भी करना पड़ सकता है। गले में खराश किसी भी मौसम में आपको परेशान कर सकती है। पर क्या इसके लिए आप हमेशा दवाओं का रुख करते हैं? अगर हां, तो आपको पता होना चाहिए कि दवाओं की ओवरडोज अपने साथ बहुत सारे साइड इफैक्ट भी लेकर आती है। इसलिए गले की खराश में दवाएं लेने की बजाए आप पहले इन घरेलू नुस्खों को आजमा कर देख सकती हैं। ये मेरी मम्मी की रसोई के खजाने से निकाले गए नुस्खे हैं। हम बताएंगे आपको इन सामग्रियों का सही उपयोग, जिसकी मदद से आप गले की खराश के साथ-साथ कई अन्य समस्याओं से निजात पा सकती हैं।

गले की खराश और कफ सिर्फ सर्दियों या बरसात के मौसम की ही समस्या नहीं है। बल्कि ये गर्मियों में भी यह आपको परेशान कर सकते हैं। इस मौसम में गले में खराश का सबसे पहला कारण हो सकता है तेज धूप और गर्मी से आकर तुरंत ठंडा पानी पीना।

वहीं कई फूड एलर्जीज के कारण भी सूखी खांसी और गले में खराश की समस्या हो सकती है। कुछ लोगों को दवाइयों से एलर्जी होती है। गले में खराश होना ड्रग एलर्जी का भी एक लक्षण हो सकता है। कई बार यह डिहाइड्रेशन का भी एक लक्षण हो सकता है। डिहाइड्रेशन के कारण आपका मुंह सूखने लगता है, जिसके कारण आप गले में खराश महसूस कर सकती हैं।

वहीं बैक्टीरिया और वायरल इनफेक्शन जैसे कि फ्लू वायरस, टॉन्सिल्स आपके गले की खराश और कफ का कारण बन सकती हैं। ऐसे में इन सभी समस्यायों को ठीक करने के लिए आप कुछ खास घरेलू नुस्खों का प्रयोग कर सकती है।

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cough ke lakshan.गले की खराश और कफ में दिखाई देंगे यह लक्षण। चित्र शटरस्टॉक।
गले में खराश होने के बाद आपको इन लक्षणों का भी सामना करना पड़ सकता है
नाक बहना

साइनस प्रेशर

छींक आना

स्किन और आंखों में खुजली होना

थकान महसूस होना

आंखों में सूजन और लाल होना

मुंह सूखना

आवाज का भारी होना

इसके लिए आपको हर बार दवा पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है। यहां कुछ महत्वपूर्ण घरेलू नुस्खें दिए गए हैं, जिनके इस्तेमाल से आप गले से जुड़ी समस्यायों से आसानी से निजात पा सकती हैं।

आरपीएस मोर, पटना, बिहार से एमडी मेडिसिन, कंसल्टेंट फिजिशियन डॉ राजीव रंजन से इस पर बात करने पर उन्होंने बताया कि गले की खराश में तुलसी अत्यधिक फायदेमंद रहेगी। वहीं एंटी एलर्जी फूड् खाने की कोशिश करें। धूल मिट्टी में निकलते वक्त नाक और मुंह को कवर करना जरूरी है। ताकि यह समस्या को और ज्यादा न बढ़ाएं। वहीं तुलसी की मंजरी की चाय भी फायदेमंद रहेगी।

डॉक्टर रंजन के अनुसार गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करने से गले की खराश और कफ कम होता है। इस समय मौसम के बदलाव को देखते हुए बहुत ज्यादा ठंडा पानी पीने से बचें। यदि गले की खराब गर्मियों के मौसम में होती है तो ऐसे में कूलर की हवा सीधे अपने चेहरे पर न पड़ने दें। साथ ही तुरंत गर्मी से आकर ठंडा पानी पीने से बचे। यदि आपको किसी चीज से एलर्जी है तो उससे पूरी तरह परहेज रखें।

तुलसी और शहद की चाय
आयुर्वेद में तुलसी और शहद के गुणों की व्याख्या की गई है। इनमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। सालों से इनका प्रयोग आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने में किया जा रहा है। शहद की एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल प्रोपर्टीज कई तरह की संक्रमण से जुड़ी समस्याओं में कारगर होती हैं। वहीं तुलसी को इसके विभिन्न चिकित्सीय गुणों के लिए जाना जाता है। तुलसी और शहद गले की खराश से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकते है।

हल्दी वाला दूध
हल्दी के औषधीय गुणों के बारे में आप सभी सालों से सुनती आई हैं। हल्दी को इम्यूनिटी बूस्टर कहा जाता है। हल्दी का सेवन इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ-साथ बीमारियों से लड़ने की क्षमता को भी बढ़ाता है। हल्दी गले की खराश, इन्फेक्शन और कफ में अधिक फायदेमंद होती है।

कैसे करें सेवन
गर्म दूध में दो चुटकी हल्दी मिलाकर पीना गले की कई समस्याओं से राहत दिलाने में कारगर रहेगा। वहीं इसकी एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज संक्रमण को दूर रखने में मदद करती हैं।

मेथी के पानी के गरारे
मेथी कई पोषक तत्वों का स्रोत है। इसमें आयरन, कैल्शियम और विटामिन की भरपूर मात्रा पाई जाती है। मेथी में मौजूदा एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटी ऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज गले की समस्या सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं में कारगर माने जाते हैं।

कैसे करें प्रयोग
एक गिलास पानी में मेथी के बीज डालकर फूलने के लिए छोड़ दें। जब मेथी का रंग बदल जाए और पानी में पीलापन आ जाए, तब पानी को छानकर अलग कर लें। दिन में कम से कम 2 बार उस पानी से गरारा करें। यह आपको गले की खराश से तुरंत राहत दिलाने का काम करता है। यदि आप मोटापा और पेट की समस्या से परेशान है तो फुले हुए मेथी के बीज को पानी के सहारे घोंट लेना भी फायदेमंद रहेगा।

अदरक की चाय
आयुर्वेद में अदरक का प्रयोग कई औषधीय दवाइयों को बनाने में किया जाता है। इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरल और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण मौसम में बदलाव के कारण होने वाले संक्रमण से राहत दिलाने में फायदेमंद होते हैं। यह आपके गले की खराश को ठीक करने में कारगर रहेंगे। अदरक आपके गले में होने वाली एलर्जी के प्रभाव को कम करता है।

हर्बल टी
हर्बल टी इम्यूनिटी बूस्ट करने में अत्यधिक फायदेमंद हो सकती है। यह पॉल्यूशन के कारण हो रहे गले के इन्फेक्शन को रोकने में मदद करता है। साथ ही इसमें मौजूदा पोषक तत्व हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हो सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज से भरपूर यह हर्बल टी मौसमी बदलाव के कारण होने बाले संक्रमण को दूर रखने का काम करता है।

कैसे करें सेवन
इसे बनाने के लिए पानी में इलाइची, लोंग, दालचीनी, चक्र फूल, जायफल, मुलेठी और अदरक डालकर 10 से 15 मिनट तक उबलने के लिए छोड़ दें। उसके बाद इसे छानकर पीने से गले की सभी समस्याओं से राहत मिलेगी। साथ ही यह आपकी इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने का काम करता है।