अमेठी: कुछ कर गुजरने का जज्बा मन में हो तो कोई मंजिल मुश्किल नहीं. ऐसी ही मेहनत और सफलता की कहानी गढी है अमेठी की दो छात्राओं ने. दोनों ने मिलकर दिव्यांगों के लिए ब्लाइंड स्टिक तैयार की है. इस स्टिक में सेंसर लगा हुआ है, जिसकी मदद से दिव्यांग अपना सफर आसानी से पूरा कर लेंगे. छात्राओं के इस उपकरण से दिव्यांगों को हादसों से बचने में मदद मिलेगी.
अमेठी जनपद के राजकीय पॉलिटेक्निक में इलेक्ट्रॉनिक फाइनल ईयर की छात्रा साक्षी तिवारी और रुचि वर्मा सहेली हैं. दोनों ने मिलकर दिव्यांगों के लिए ब्लाइंड स्टिक तैयार की है. सेंसर युक्त ब्लाइंड स्टिक किसी अनहोनी की आहट के बाद तुरंत अलर्ट हो जाएगा और दिव्यांग भी हादसे से बच जाएंगे. उन्होंने कई छोटे-छोटे उपकरण को जोड़कर इस स्टिक को बनाया है. अक्सर देखा जाता है की सड़क पर सफर के दौरान दिव्यांग हादसे का शिकार हो जाते हैं और कभी तो उनके साथ अप्रिय घटना भी हो जाती है. ऐसे में दिव्यांग व्यक्तियों को बचाने के उद्देश्य से भी यह उपकरण बेहद उपयोगी है.
आपको बता दें कि राजकीय महिला पॉलिटेक्निक में पढ़ने वाली होनहार छात्रा रुचि और साक्षी किसान परिवार से हैं. दोनों अपने परिवार और पिता के सपनों को साकार करने के लिए कुछ करना चाहती हैं. इसी उद्देश्य के साथ उन्होंने यह बेहतर कदम उठाया है. इन दोनों छात्राओं का अलग-अलग उद्देश्य एक छात्रा जेई बनना चाहती तो दूसरी यूपीएससी के क्षेत्र में जाना चाहती है.
छात्रा साक्षी तिवारी ने बताया की ब्लाइंड लोगों को देखकर उनकी सहूलियत के लिए इस स्टिक को बनाया है. हमारा उद्देश्य सिर्फ इतना है कि यदि कोई ऐसी जगह होती है, जहां पर दिव्यांगों को खतरा है तो वहां इस उपकरण के माध्यम से उन्हें मदद मिल सके. इस उपकरण के दाम को हम और कम करेंगे साथ ही इसकी दूरी को भी बढ़ाएंगे.
रुचि वर्मा ने भी बताया कि यह दिव्यांगों के लिए काफी फायदेमंद होगा. वहीं इन दोनों को मदद देने वाली इनकी अध्यापिका राखी साहू ने बताया की इन दोनों द्वारा बनाई गई ये ब्लाइंड स्टिक दिव्यांगों के लिए काफी मददगार है. आगे चलकर हम इस उपकरण के दाम को भी कम कर पाएंगे और इसकी दूरी को भी बढ़ाएंगे.