हापुड़। यूक्रेन में फंसे जिले के 15 से अधिक छात्रों में अधिकतर ने यूक्रेन बॉर्डर पार कर लिया है, जबकि जिले के दो छात्र अपने वतन पहुंच चुके हैं। अब केवल चार छात्रों के ही यूक्रेन में फंसे होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। इनमें से कुछ के फोन नहंी मिल पा रहे हैं।

रविवार शाम तक जिले के अधिकतर छात्र यूक्रेन बॉर्डर पर फंसे थे और परिजन बच्चों को लेकर काफी चिंतित थे। लेकिन सोमवार शाम तक जिले के लिए राहत भरी खबर आई। गढ़ के रहने वाले अरबाज और तालिब घर लौट आए। गढ़ क्षेत्र के गांव अठसैनी निवासी अरबाज और नगर के बड़ा बाजार निवासी फहीमुद्दीन का पुत्र तालिब यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे। दोनों रोमानिया में दाखिल होने के बाद रात को 12 बजे प्लेन में बैठे, जिसके बाद वे सुबह करीब साढ़े 6 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर उतर गए। अरबाज फिलहाल अपनी बहन के पास दिल्ली में रुका है। वहीं, तालिब अपने घर गढ़ पहुंच गया है। बड़ी बात है कि वतन पहुंचे दोनों युवकों की जिला प्रशासन को ही जानकारी नहीं है। ऐसे में अधिकारियों की सक्रियता पर सवाल उठ रहे हैं। वहां फंसे युवकों के परिजनों से बातचीत के आधार पर अधिकतर के बॉर्डर पार होने का पता चला है। माना जा रहा है कि अब जिले के मात्र चार या पांच छात्र ही यूक्रेन में फंसे हैं। इनके लिए परिजन चिंतित हैं।

मां ने मोहल्ले की औरतों के साथ रखा व्रत

स्वर्ग आश्रम रोड स्थित कृष्णा गली निवासी अधिवक्ता मनोज भारद्वाज का पुत्र विकल्प भारद्वाज यूक्रेन में फंसा था। सोमवार सुबह विकल्प की माता निशा ने मोहल्ले की कुछ महिलाओं के साथ बेटे की सकुशल वापसी के लिए व्रत रखा। पूरे दिन महिलाएं भूखी रहीं और पूजा पाठ की। शाम को बेटे की खबर आई कि वह यूक्रेन का बॉर्डर पार कर माल्डोवा पहुंच चुका है और यहां आर्मी कैंप में सकुशल है। यहां से दो तीन दिन में वह रोमानिया पहुंचेगा और फिर घर वापसी होगी।

आपदा प्रबंधन ने बनाया छात्रों का व्हाट्यएप ग्रुप

जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण ने जिले से यूक्रेन में फंसे छात्रों का व्हाट्स एप ग्रुप बनाया है। हालांकि इस ग्रुप में सभी छात्र शामिल नहीं हैं, लेकिन अधिकतर हैं। ऐसे में छात्रों की लोकेशन और उनके बारे में जिला प्रशासन को जानकारी मिल रही है।

एडीएम ने की छात्रों से वार्ता

एडीएम श्रद्धा शांडिल्यायन ने बताया कि वहां फंसे छात्र उनके संपर्क में हैं और अधिकतर से उनकी वीडियो कॉलिंग से बात हो चुकी है। सभी फिलहाल कुशल हैं और प्रयास किए जा रहे हैं कि सभी को जल्द से जल्द घर वापस लाया जाए।