मुम्बई। महाराष्ट्र की राजनीति में चल रहा घमासान लंबे समय से चल रहा है और अब शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे आगामी मुंबई नगर निकाय चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी और अमित शाह को चुनौती दी है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि मुंबई के साथ शिवसेना का संबंध अटूट है.

उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी पार्टी से मुंबई निकाय चुनावों में शिवसेना को उसकी जगह दिखाने के लिए कहा है. मैं आपको इसे आजमाने की चुनौती देता हूं. शहर के साथ शिवसेना का रिश्ता अटूट है और पार्टी आम मुंबई वासियों के दैनिक जीवन से गहराई से जुड़ी हुई है. जब भी आवश्यकता होती है, हम उनकी मदद के लिए दौड़ पड़ते हैं.’

उद्धव ठाकरे ने शिवसेना की पूर्व सहयोगी भाजपा से लोगों को यह बताने के लिए कहा कि महानगर के निर्माण में उसका क्या योगदान है. ठाकरे ने वंशवाद की राजनीति के लिए उन्हें निशाना बनाने को लेकर भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा, ‘मुझे संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन में भाग लेने वाले अपने परिवार पर गर्व है.’ ठाकरे ने राज्य में शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार में कोविड महामारी के दौरान भ्रष्टाचार के भाजपा के आरोपों की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘अगर जानें बचाना भ्रष्टाचार है तो हमने यह किया है.’

उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी पर 1.54 लाख करोड़ रुपये की वेदांता-फॉक्सकॉन सेमीकंडक्टर परियोजना के बारे में ‘झूठ बोलने’ का भी आरोप लगाया, जिसे गुजरात में स्थानांतरित कर दिया गया है. गोरेगांव उपनगर में पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए, ठाकरे ने कहा कि केंद्र सरकार इस परियोजना को भाजपा शासित राज्य में स्थानांतरित करने के बाद भारी प्रोत्साहन दे रही है.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा और खुद को बालासाहेब ठाकरे के विचारों का अगुवा बताया. अपने मंत्रिमंडल के कुछ साथियों के साथ दिल्ली में मौजूद शिंदे ने कहा कि उनके प्रति वफादार शिवसेना के धड़े को वे लोग ‘विश्वासघाती’ बता रहे हैं, जिन्होंने बालासाहेब ठाकरे के विचारों को ‘धोखा’ दिया है.

एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना में बगावत हो गई थी, जिसके बाद जून में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली तीन दलों शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस की महाविकास आघाड़ी सरकार गिर गई थी. बाद में शिंदे ने मुख्यमंत्री, जबकि भाजपा नेता देवेंद्र फड़णवीस ने उपमुख्यंत्री पद की शपथ ली थी. दोनों धड़ों के बीच कड़वी जुबानी जंग देखने को मिली है. दोनों का दावा है कि वे ‘असली’ शिवसेना और बालासाहेब ठाकरे की विरासत की अगुवा हैं.

उद्योगपति गौतम अडाणी ने बुधवार को मुंबई में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. एक अधिकारी ने बताया कि दोनों के बीच बैठक हुई. हालांकि, अधिकारी ने यह नहीं बताया कि अडाणी समूह के चेयरमैन और शिवसेना प्रमुख के बीच किन मुद्दों पर चर्चा हुई.