बरेली. विपक्षी पार्टी से जुड़े पूर्व मंत्री की बेटी भी अशरफ मामले में कानूनी शिकंजे में फंस गई है। एसआईटी की दबिश और नोटिस जारी होने से बैकफुट पर आए पूर्व मंत्री ने सफाई दी कि उन्होंने सद्दाम से बेटी का रिश्ता तोड़ दिया है।

पूर्व मंत्री की बेटी अशरफ के साले सद्दाम की मित्र थी। खुशबू एन्क्लेव के जिस घर में सद्दाम रहता था, वहां भी उसका आना-जाना था। इसके बाद सद्दाम भी उसके घर आने-जाने लगा। सूत्र बताते हैं कि दोनों की दोस्ती गहराते देखकर परिजनों की सहमति से उनका रिश्ता तय हो गया था।

सद्दाम के अशरफ से संबंध का खुलासा होने के बाद एसटीएफ व पुलिस ने सद्दाम के नंबर की सर्विलांस से जांच कराई। रिकॉर्ड में दोस्ती से लेकर सगाई तक के साक्ष्य मिलने के बाद जब एसआईटी ने दबिश दी तो पूर्व मंत्री की बेटी घर पर नहीं मिली। गंभीर प्रकरण में संलिप्तता के आधार पर उसे को नोटिस दिया गया।

इस पर पूर्व मंत्री ने सफाई दी कि उन्हें सद्दाम के बारे में पूरी जानकारी नहीं थी। पता लगते ही बेटी के रिश्ते की बात खत्म कर दी। इधर, एक अन्य पूर्व मंत्री के घर छापे की अफवाह दिन भर चलती रही। कुछ मीडिया संस्थानों ने भी इस तरह की खबर चला दी। एसआईटी के प्रभारी आशीष प्रताप सिंह ने भी इस खबर को महज अफवाह बताया।

उधर, जेल के अलग-अलग हिस्सों में लगे सीसीटीवी कैमरों का पूरा डाटा एसआईटी ने कब्जे में ले लिया है। इसी डाटा से प्रयागराज में बैठे अधिकारी भी वहां से जुड़े लोगों की आवाजाही की जांच कर रहे हैं।

एसआईटी को छापे के दौरान जेल के कुछ सीसीटीवी कैमरों की डिटेल नहीं मिली थी। बताया जा रहा था कि 11 से 24 फरवरी के बीच कुछ कैमरों का डाटा नहीं मिला। उच्चाधिकारियों की ओर से इसकी सूचना लखनऊ भेजी गई तो जेल विभाग के प्रदेश मुख्यालय से संबंधित कैमरों का अतिरिक्त डाटा निकवाया गया। अब एसआईटी ने जेल मुख्यालय से संबंधित दिनों की पूरी फुटेज जुटा ली है।

प्रयागराज के अधिकारियों को भी इनका डाटा भेजा गया है, वहां भी इनकी जांच चल रही है। बरेली से संबंधित अशरफ व सद्दाम के गुर्गों की पहचान व धरपकड़ का काम बरेली एसआईटी व पुलिस टीमें कर रही हैं। वहीं, प्रयागराज से संबंधित लोगों का रिकॉर्ड वहां की टीमें देख रही हैं।