इटावा में कोरोना वैक्सीनेशन में फर्जीवाड़े का अनोखा मामला सामने आया है, जिसमें न केवल केंद्रीय मंत्रियों के नाम पर वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट जारी हुए हैं, बल्कि संडे सिंह-मंडे सिंह नाम पर भी फर्जी वैक्सीन लगाई गई है। यह मामला जब सामने आया तो स्वास्थ्य महकमे की नींद उड़ गई। दरअसल, इटावा में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी से लेकर पीयूष गोयल तक का फर्जी वैक्सीनेशन वाला प्रमाण-पत्र जारी कर दिया गया है. खुद इटावा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भगवान सिंह ने वैक्सीनेशन के फर्जीवाड़े की पुष्टि की है और बताया कि इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है और जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी और गंभीर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. इटावा की सीएचसी सरसईनावर से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, गृहमंत्री अमित शाह समेत कई मंत्रियों के कोरोना वैक्सीनेशन के प्रमाणपत्र जारी हो गए हैं. जब इस फर्जीवाड़े का मामला उजागर हुआ तो हड़कंप सा मच गया, जिस पर सीएचसी प्रभारी ने आईडी हैक करके प्रमाणपत्र जारी करने की शिकायत की है.

12 दिसंबर को ताखा क्षेत्र की सीएचसी सरसईनावर में सीएचसी प्रभारी डॉ. उदय प्रताप सिंह की आईडी पर जारी वैक्सीन से मंत्रियों के वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट जारी हो गए. इस मामले के सार्वजनिक होने के साथ ही सीएचसी से लेकर सीएमओ कार्यलय तक सनसनी फैल गई. जानकारी में आया कि 12 दिसंबर को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, गृहमंत्री अमित शाह, ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के नाम दर्ज कर पहली डोज का वैक्सीनेशन दर्ज कर दिया गया. इतना ही नहीं, दूसरी डोज के लिए 6 मार्च की तारीख भी जारी कर दी गई है.

जब इसकी जानकारी सीएचसी प्रभारी डॉ. उदय प्रताप सिंह को हुई तो वह हैरत में पड़ गए. उन्होंने बताया कि 12 दिसंबर रविवार को किसी ने उनकी आईडी और पासवर्ड हैक कर लिया, जिससे पूरे ब्लॉक की मॉनिटरिंग की जाती है. इस आईडी पर वैक्सीनेशन नहीं होता है. वैक्सीनेशन के लिए प्रतिदिन नई आईडी जेनरेट की जाती है. जांच में राजनेताओं सहित कुल दस ऐसे नाम निकले हैं, जिन्हें फर्जी ढंग से वैक्सीन लगाने का विवरण दर्ज पाया गया. इन नामों को पोर्टल से हटाने के लिए उन्होंने सीएमओ को पत्र भेजा है.

कुछ और हस्तियों के नाम पर भी डोज लगाई गई, लेकिन उनके नाम पूरे नहीं लिखे गए. जैसे निर्मला सीता, स्मृति, नरेंद्र के नाम पर भी फर्जी वैक्सीनेशन हुआ. इनके अलावा कुछ दिनों के नाम पर भी वैक्सीन लगा दी गई. जैसे फ्रायडे, संडे सिंह, मंडे सिंह के नाम भी सर्टिफिकेट बन गए. सभी का वैक्सीनेशन 12 दिसंबर को सीएचसी सरसईनावर पर प्रदर्शित हो रहा है. इटावा में पहले भी वैक्सीन की दूसरी डोज लगाए बिना ही वैक्सीनेशन के मैसेज कई लोगों को मिले थे. इसकी जांच चल रही थी कि यह नया मामला सामने आ गया है.

सीएमओ डॉ. भगवान दास ने बताया कि यह गंभीर मामला है. मामले की जांच की जा रही है. जो दोषी होगा उसके विरुद्ध कठोर कारवाई की जाएगी. इससे पहले भी सरसईनावर सीएचसी पर मृतकों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई जा चुकी है. साथ ही पहले भी कई लोगों को दूसरी डोज लगाने के संदेश बिना डोज लगाए ही मिले थे. ताखा में सरसईनावर सीएचसी पर इससे पहले कई मामलों मे वैक्सीन लगाने को लेकर हाय-तौबा हो चुकी है लेकिन विभाग इसकी अनदेखी करता रहा, जिसका परिणाम यह हुआ कि देश के गृह मंत्री तक के कागजों पर डोज लगाने का मामला सामने आ गया.