लखनऊ। पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गन्ने का रेट बढ़ाकर 400 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग की है। बढ़ती कृषि लागत को देखते हुए उन्होंने किसान सम्मान निधि में प्रदेश सरकार की ओर से भी 6000 रुपये प्रतिवर्ष दिए जाने की मांग की है। साथ ही कृषि कार्यों के लिए डीजल पर प्रति लीटर 20 रुपये सब्सिडी दिए जाने का सुझाव दिया है।

मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि मेरे क्षेत्र में गन्ना एक प्रमुख फसल है। इसके उत्पादन की लागत बहुत बढ़ गई है। जबकि, पिछले चार सत्रों में इसके रेट में मात्र 10 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है। पिछली सरकारों के मुकाबले ज्यादा भुगतान पर मुख्यमंत्री योगी की सराहना करते हुए वरुण ने कहा है कि आज भी गन्ने का इस सत्र का कुछ भुगतान बकाया है। ऐसे में सरकार किसानों की आर्थिक समस्याओं, बढ़ती लागत व महंगाई को देखते हुए सरकार मांग के अनुरूप आगामी सत्र 2021-22 में गन्ने का रेट बढ़ाकर कम से कम 400 रुपये प्रति क्विंटल घोषित करे और तत्काल सारा बकाया भुगतान सुनिश्चित करे।

उन्होंने लिखा है कि प्रदेश में बटाईदार किसान अपना गन्ना मिलों को आपूर्ति नहीं कर पा रहे हैं। इससे उन्हें काफी घाटे में कोल्हू पर गन्ना बेचना पड़ता है। इसलिए इन किसानों को भी मिलों में गन्ना आपूर्ति की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। इसके अलावा गन्ना किसानों को उचित मात्रा में सस्ता बीज, खाद व कीटनाशक आदि सरल प्रक्रिया के माध्यम से उपलब्ध करवाई जाए। गन्ने की फसल में लगे विभिन्न रोगों को रोकने के लिए भी गन्न विभाग को निर्देशित कर त्वरित कार्यवाही की जाए।

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भाजपा सांसद ने यह भी मांग की है कि मनरेगा के मजदूरों को कृषि कार्यों में भी लगाया जाए। इससे इस योजना में खर्च व धन का सदुपयोग होगा। किसानों की लागत घटेगी। उन्होंने आशा जताई है कि किसान हित में इन सुझावों पर मुख्यमंत्री विचार करेंगे।

वरुण ने लिखा है कि किसानों की मांग है कि उनकी धान की सारी फसल को एमएसपी पर खरीदने की सरकार व्यवस्था करे। वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल में फसलों की सरकारी खरीद में सराहनीय बढ़ोतरी की गई है, पर अब भी बहुत से किसान सरकारी खरीद की व्यवस्था से लाभांवित नहीं हो पा रहे हैं। इसे देखते हुए सरकार आगामी सीजन में पर्याप्त संख्या में खरीद केंद्रों की व्यवस्था करेे। गेहूं व धान की सरकारी खरीद पर 200 रुपये प्रति क्विंटल का अलग से बोनस देने पर विचार करे।

वरुण ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में नलकूप व आवासीय दोनों तरह की बिजली के रेट बहुत बढ़ गए हैं। ऐसे में किसानों की कठिनाई को देखते हुए बिजली की दरों में तत्काल कमी की जाए। आवारा पशु भी दिन-रात फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इससे निजात दिलाने के लिए सरकार तत्काल गोशालाओं के निर्माण व अन्य प्रभावी कदम उठाए।