लखनऊ। आसिफी इमामबाड़े के भीतर फिल्मी गाने पर डांस करती युवती का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उलमा ने सख्त नाराजगी जताई है। उलमा ने इमामबाड़े को धार्मिक और इबादत की जगह बताते हुये पर्यटकों के आने पर रोक लगाने की मांग की। उन्होंने इस तरह की घटनाओं पर रोक न लगाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। 

ऐतिहासिक आसिफी इमामबाड़े में युवती के डांस का वीडियो वायरल होने की शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास नकवी ने आपत्ति जताते हुये कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि बड़ा इमामबाड़ा एक धार्मिक जगह है, नाच गाने की नहीं। उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में पहले भी प्रशासन को बताया जाता चुका है लेकिन इस तरह की घटनाएं नही रुक पा रही है। मौलाना ने जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग करने के साथ ही बड़े और छोटे इमामबाड़े में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अलग से कर्मचारियों को तैनात करने की मांग की। 

ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव मौलाना यासूब अब्बास ने डांस के वीडियो की निंदा करते हुये कहा कि जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश हुसैनाबाद ट्रस्ट के चेयरमैन भी है लेकिन उनके होते हुये इमामबाड़े की पवित्रता को रौंदा जा रहा है। मौलाना ने कहा कि इमामबाड़ा धार्मिक स्थल है कोई पर्यटन स्थल नही है। उन्होंने जिलाधिकारी से इमामबाड़े में पर्यटकों के आने पर रोक लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि अभी मैं शहर के बाहर हूं वापस लौटने पर इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। 

दारुल उलूम फरंगी महल के प्रवक्ता मौलाना सुफियान निजामी ने भी इमामबाड़े में डांस के मामले की निंदा की। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों का सम्मान करना सबका फर्ज है। उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर ऐसे वीडियो का विरोध करना चाहिये। उन्होंने कहा कि इबादतगाहें हमारे मुल्क की संस्कृति का प्रतीक होती है। उन्होंने कहा कि हैरत की बात है कि डांस का वीडियो इबादतगाह में बनाया जा रहा है। मौलाना ने कहा कि इस तरह के कार्य हमारे मुल्क की संस्कृति और तहजीब के खिलाफ है।

अल्पसंख्यक कल्याण एवं हज राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने डीएम लखनऊ को पत्र लिखा है। कहा है कि बड़ा इमामबाड़ा में डांस का वीडियो वायरल हुआ है। ऐसे पवित्र स्थल पर किसी प्रकार का अमर्यादित आचरण एवं नाच गाना वर्जित है। इस वीडियो की तत्काल जांच कराकर दोषी अधिकारियों, कर्मचारियों के विरुद्घ कार्रवाई की जाए।