नई दिल्ली. वसीम अकरम पाकिस्तान के दिग्गज खिलाड़ियों में से एक हैं. यह बाएं हाथ का तेज गेंदबाज 1992 में वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा रहा था. लेकिन वे पाकिस्तान के मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप के प्रदर्शन से खुश नहीं हैं. पाकिस्तान को पहले भारत से फिर कमजोर मानी जाने वाली जिम्बाब्वे से भी एक रन से हार मिली. बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान के रहते टीम जिम्बाब्वे के खिलाफ सिर्फ 129 रन ही बना सकी थी. अब उसके सेमीफाइनल में भी पहुंचने की राह कठिन हो गई है. उसे ना सिर्फ बचे तीनों मैच जीतने होंगे, बल्कि दूसरी टीमों के परिणाम पर भी निर्भर रहना होगा.

A Sports पर बोलते हुए वसीम अकरम ने कहा, एक साल से पूरा पाकिस्तान कह रहा है कि मिडिल ऑर्डर अच्छा नहीं दिख रहा है. अगर मैं कप्तान होता तो टारगेट क्या होता, सिर्फ वर्ल्ड कप जीतना. इसके लिए मुझे गधे को भी बाप बनाना पड़े, तो मैं बना लूंगा. उन्होंने कहा कि बतौर कप्तान मेरा एक ही उद्देश्य रहता वर्ल्ड कप जीतना. अगर मुझे शोएब मलिक मिडिल ऑर्डर में चाहिए, तो सेलेक्टर्स ने कह देता मुझे यह खिलाड़ी चाहिए. नहीं तो मैं कप्तानी नहीं करूंगा.

वसीम अकरम के अलावा पाकिस्तान के कई दिग्गज खिलाड़ियों ने टी20 वर्ल्ड कप टीम में सीनियर खिलाड़ी शोएब मलिक को शामिल किए जाने का समर्थन किया था. उन्होंने कहा कि लेकिन अब खिलाड़ियों की मांग करने वाला कोई कप्तान ही नहीं है. बाबर आजम को अब और अक्लमंद होना पड़ेगा. ये मोहल्ले की टीम नहीं है कि मेरा जानने वाला या दोस्त आ जाए टीम में. वसीम अकरम ने कहा कि अगर मैं कप्तान होता, तो सबसे पहले शोएब मलिक को मिडिल ऑर्डर में रखता.

उन्होंने कहा कि वर्ल्ड कप शारजाह, दुबई या पाकिस्तान में नहीं खेला जा रहा है. जहां डेड विकेट हैं. जिम्बाब्वे के तेज गेंदबाज तक आपको परेशान कर रहे थे. मालूम हो कि सुपर-12 के ग्रुप-2 में पाकिस्तान की टीम अभी 5वें स्थान पर है. उसे अभी साउथ अफ्रीका, बांग्लादेश और नीदरलैंड्स से मुकाबला खेलना है.