बिहार के छपरा में जहरीली शराब ने कोहराम मचा रखा है. इस शराब ने कई घरों के चिराग बुझा दिए. ऐसे में शराब के शौकीनों को यह जानना जरूरी हो गया है कि अगर किसी ने गलती से जहरीली शराब पी ली है तो उसकी जान कैसे बचाई जाए. बता दें कि जहरीली शराब पीने के बाद शरीर में दिखने वाले कुछ लक्षणों से यह तय हो जाता है कि जो शराब पी गई है वह जहरीली है. अगर ऐसे कुछ लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्‍टर या हास्पिटल से संपर्क करके जान बचाई जा सकती है.
कैसे पहचानें असर

लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल, दिल्‍ली के मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. नरेश कुमार बताते हैं कि जहरीली शराब, दरअसल में मिथाइल अल्‍कोहल होती है. इसे पीने के बाद उल्‍टी, चक्‍कर जैसे लक्षण दिखने लगते हैं. डॉक्‍टरों की मानें तो अमूमन मिथाइल अल्‍कोहल तीन से चार घंटे बाद अपना असर दिखाना शुरू कर देती है. डॉ. नरेश कुमार कहते हैं कि मिथाइल अल्‍कोहल का मेटाबालिज्म, फार्मेल्डिहाइड बनाता है. फार्मेल्डिहाइड की सबसे खराब बात यह होती है कि यह सीधे कई अंगों को प्रभावित करता है. इसमें दिमाग से लेकर हार्ट, लीवर, किडनी का फेल होना तक शामिल हैं. डॉ. नरेश कुमार की मानें तो इससे सीधे या तो इंसान की मौत हो जाती है या जो बच भी जाता है उसके आंखों की रोशनी चली जाती है.

जहरीली शराब पीने वाले की सांसों पर इसका बुरा असर पडता है. डॉक्‍टर्स बताते हैं कि अगर शराब जहरीली है, तो इंसान की सांसें धीमी हो सकती हैं. धीरे-धीरे हृदय गति को भी प्रभावित कर सकता है. इतना ही नहीं इससे इंसान की अचानक से मौत भी हो सकती है.

जहरीली शराब पीने वाले इंसान के शरीर का रंग भी बदल सकता है. कई बार इंसान का शरीर नीला या पीला भी पडने लगता है. इतना ही नहीं शरीर का तापमान भी कम होने से शराब पीने वाला बेहोश भी हो सकता है. ऐसे में जितनी जल्‍दी हो सके उसे हॉस्‍पिटल या किसी चिकित्‍सक से दिखाना चाहिए.