लखनऊ: अगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनाव से पहले निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को सभी राजनीतिक पार्टियों के साथ बैठक की. इस बात की जानकारी मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी. इस दौरान उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर भी निगरानी रखी जाएगी. किसी भी तरीके से आपत्तिजनक पोस्ट पर कार्रवाई की जाएगी. राज्यों की सीमाओं पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.
इस बार यूपी चुनाव में क्या होगा सबसे खास?
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने बताया कि यूपी चुनाव में कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा और इसको लेकर निर्वाचन आयोग ने हेल्थ सेक्रेटरी और मुख्य सचिव से बात की है. इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘इस बार यूपी चुनाव पोलिंग टाइम एक घंटे बढ़ाया जाएगा, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पाल किया जा सके.
इस बार चुनाव में बढ़ाए जाएंगे पोलिंग बूथ
सुशील चंद्रा ने बताया, ‘पहले 1500 लोगों पर एक बूथ था, अब एक बूथ पर 1250 वोटर कर दिया गया है और पोलिंग बूथ की संख्या 11 हजार बढ़ गई है. इस बार यूपी में 1 लाख 74 हजार 352 मतदान स्थल हैं. सभी जिला निर्वाचन अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि पोलिंग बूथ पर खुद जाएं और व्यवस्था दिखाएं. यूपी में 800 पोलिंग बूथ ऐसे होंगे, जिसमें सभी कर्मचारी और सुरक्षा अधिकारी महिलाएं होंगी.’
बैठक में इन पार्टियों ने लिया हिस्सा
राजनीतिक पार्टियों के साथ हुई बैठक के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेस में बताया कि हमने राजनीतिक दलों के साथ बैठक की. इस बैठक के दौरान टीएमसी, बीएसपी, कांग्रेस, बीजेपी, समाजवादी पार्टी और आरएलडी ने चुनाव आयोग से मुलाकात की.
तय समय पर चुनाव कराना चाहती हैं सभी पार्टियां
सुशील चंद्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि बैठक में शामिल सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने तय समय पर चुनाव कराने की मांग की. सभी पार्टियों ने बताया कि कोविड नियमों का पालन करते हुए समय पर चुनाव होने चाहिए.’
निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध: सुशील चंद्रा
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने बताया, ‘उत्तर प्रदेश में विधान सभा का कार्यकाल 14 मई 2022 को खत्म हो रहा है और कुल 403 सीटों के लिए चुनाव होने हैं. भारत निर्वाचन आयोग निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है.
राजनीतिक दलों ने इन मुद्दों पर जताई चिंता
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया, ‘यूपी चुनाव प्रलोभन मुक्त हो, ये हमारी कोशिश है. बैठक के दौरान कुछ राजनीतिक दलों ने प्रशासन के पक्षपात रवैये की शिकायत की, हेट स्पीच और पेड न्यूज पर चिंता व्यक्त की. हमारा प्रयास स्वतंत्र, निष्पक्ष और कोविड सेफ चुनाव कराना है.’ सुशील चंद्रा ने बताया, ‘जिला निर्वाचन अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि सभी राजनीतिक दलों की शिकायतों को सुनें और दूर करें.’
यूपी में कुल 15 करोड़ हैं मतदाता
सुशील चंद्रा ने जानकारी देते हुए बताया, ‘राज्य में लगभग 15 करोड़ से ज्यादा मतदाता हैं और कुल मतदाताओं की संख्या बढ़ सकती है. अब तक 52.8 लाख नए मतदाताओं को शामिल किया गया है, जिनमें से 19.89 लाख मतदाता 18-19 आयु वर्ग के हैं.’ उन्होंने बताया, ‘चुनाव आयोग की तरफ से 5 जनवरी 2022 को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा. मतदाता सूची प्रकाशित होने के बाद भी अगर किसी का नाम छूट गया है तो वो अपना क्लेम फाइल कर सकते हैं और अपना नाम जुड़वा सकते हैं.’
इस बार बढ़ा महिला वोटर्स का अनुपात
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, ‘पिछले चुनाव में महिला मतदाताओं का अनुपात 839:1000 था, लेकिन अब आयोग के प्रयासों से 859 का अनुपात हो गया है. 28.8 लाख महिला मतदाताएं नई शामिल हुई हैं.’ उन्होंने बताया, ‘यूपी में 10 लाख 64 हजार दिव्यांग मतदाता हैं. 80 वर्ष से ऊपर, दिव्यांग मतदाताओं और कोविड प्रभावित मतदाताओं को घर बैठकर वोटिंग का मौका दिया जाएगा.’