दिवाली का त्योहार पांच दिनों तक चलता है। इस पर्व की शुरुआत वसुबारस से होती है। दूसरे दिन धनतेरस और तीसरे दिन नरक चतुर्दशी है। नरक चतुर्दशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इसे छोटी दिवाली के नाम से भी जाना जाता है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को नरक चतुर्दशी कहते हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन मुख्य द्वार के पास दीपक जलाना चाहिए, ताकि सुख-समृद्धि बनी रहे। इस दिन यमदेव की पूजा करनी चाहिए। वहीं उनके नाम का दीपक दान करना चाहिए। आइए जानते हैं इस वर्ष नरक चतुर्दशी की तिथि और शुभ मुहूर्त।
नरक चतुर्दशी तिथि और शुभ मुहूर्त
– कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि: 23 अक्टूबर 2022, शाम 06.03 बजे से
– कार्तिक चतुर्दशी समाप्त: 24 अक्टूबर, शाम 05.27 बजे तक
– इस बार नरक चतुर्दशी 23 अक्टूबर 2022 को रात्रि 11.42 से रविवार 24 अक्टूबर 2022 को दोपहर 12.33 बजे तक रहेगी।
– नरक चतुर्दशी का पर्व उदय तिथि के अनुसार 24 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा।
नरक चतुर्दशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस दिन भगवान यम की विशेष पूजा की जाती है। वहीं यमदेव को प्रसन्न करने के लिए दीपों का दान किया जाता है। साथ ही कूड़ेदान के पास एक दीपक जलाया जाता है। घर ने नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए विशेष प्रार्थना की जाती है।
नरक चतुर्दशी पूजा विधि
– नरक चतुर्दशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
– इसके बाद घर में मंदिर की सफाई करें। सभी देवताओं को स्नान कराएं।
– प्रदोष काल में देवघर में दीपक जलाएं। घर के मुख्य द्वार या आंगन में दीपक जलाएं।
– मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करें।
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