नई दिल्ली। जयंती चौहान जिन्‍हें लोग जेआरसी के नाम से ज्‍यादा जानते हैं, उनके एक फैसले से पूरा उद्योग जगत आश्‍चर्य में पड़ गया. जयंती करीब 7 हजार करोड़ रुपये बाजार पूंजी वाली कंपनी की इकलौती वारिस हैं, लेकिन उन्‍होंने इस बिजनेस को संभालने से इनकार कर दिया. अब उनके पिता इस कंपनी को बेचने की तैयारी में हैं. हम बात कर रहे हैं बोतलबंद पानी बेचने वाली नामी कंपनी बिसलेरी की.

जयंती चौहान बिसलेरी के मालिक और चेयरमैन रमेश चौहान की बेटी हैं और उनका ज्‍यादातर बचपन दिल्‍ली, मुंबई और न्‍यूयॉर्क शहर में बीता है. बिसलेरी देश की सबसे पुरानी बोतलबंद पानी बेचने वाली कंपनी है. कंपनी के मालिक रमेश चौहान ने हाल में ही अपना 7 हजार करोड़ का बिजनेस बेचने का ऐलान किया है.

जयंती ने लॉस एंजेल्‍स के फैशन इंस्‍टीट्यूट ऑफ डिजाइन एंड मर्चेंडाइजिंग से प्रोडक्‍ट डेवलपमेंट की पढ़ाई पूरी की है. इसके अलावा इस्‍टीट्यूटो मारागोनी मिलानो से फैशन स्‍टाइलिंग और लंदन कॉलेज ऑफ फैशन से फैशन स्‍टाइलिंग व फाटोग्राफी की पढ़ाई की है.

जयंती यानी जेआरसी ने 24 साल की उम्र में अपने पिता की देखरेख में बिसलेरी में अपने करियर की शुरुआत की थी. उन्‍होंने दिल्‍ली ऑफिस का काम संभाला और फैक्‍ट्री का रेनोवेशन कराने के साथ ऑटोमेशन के कई प्रोसेस पूरे किए.

जयंती ने काम संभालने के साथ ही कंपनी में तमाम बदलाव शुरू कर दिए और एचआर, सेल्‍स व मार्केटिंग सहित कई विभागों में बदलाव करने के साथ एक मजबूत टीम बनाई. इसके बाद अपने क्रॉस कैटेगरी एक्‍सपीरियंस और ग्‍लोबल एक्‍सपोजर के दम पर जयंती ने साल 2011 में मुंबई ऑफिस का काम भी संभाल लिया.

जयंती चौहान फिलहाल नए प्रोडक्‍ट डेवलपमेंट पर काम कर रही हैं और बिसलेरी मिनरल वॉटर, वेदिका नेचुरल मिनरल वॉटर और फिजी फ्रूट डिंक एंड बिसलेरी हैंड प्‍यूरीफायर पर काम कर रही हैं. हालांकि, उन्‍होंने पूरे बिजनेस को चलाने से इनकार कर दिया है, जिसके बाद कंपनी बेचने को लेकर टाटा सहित कई जगह बात चल रही है.