लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने शुक्रवार को चुनावी घोषणापत्र जारी किया और 20 लाख युवाओं को रोजगार देने के अलावा कई वादे किए. कांग्रेस की तरफ से यूथ मैनिफेस्टो जारी करने के दौरान जब प्रियंका गांधी से यूपी में कांग्रेस के सीएम उम्मीदवार के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि क्या आपको कोई और चेहरा दिख रहा है.

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के सीएम उम्मीदवार को लेकर प्रियंका गांधी ने खुलकर कुछ भी नहीं कहा, लेकिन संकेतों में खुद को मुख्यमंत्री का चेहरा बता दिया. घोषणापत्र जारी करने के दौरान जब पत्रकारों ने उनसे सवाल किया कि यूपी चुनाव में कांग्रेस पार्टी का चेहरा कौन है? इस सवाल के जवाब में प्रियंका ने सवाल किया, ‘आपको कोई और चेहरा दिखाई दे रहा है यूपी में. आप बताइए यूपी में आपको कौन चेहरा दिख रहा है.’

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को दिल्ली में उत्तर प्रदेश के लिए यूथ मैनिफेस्टो जारी किया. कांग्रेस ने 20 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का वादा किया. प्रियंका गांधी ने कहा कि 8 लाख नौकरियां सिर्फ महिलाओं को दी जाएंगी.
प्रियंका गांधी ने इस मौके पर विधान सभा चुनाव में उतरने के कोई संकेत नहीं दिए. प्रियंका ने कहा कि मैंने चुनाव लड़ना तय नहीं किया है और चुनाव लड़ने के बारे में फिलहाल कोई फैसला नहीं हुआ है. प्रियंका गांधी ने कहा, ‘अगर यह तय होगा तो आप लोगों को पता चल जाएगा.

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के बाद सरकार गठन के लिए विपक्षी दलों के गठबंधन की परिस्थिति पैदा होने पर उनकी पार्टी इस पर विचार करेगी. उन्होंने इसके साथ ही कहा कि अगर ऐसी किसी गठबंधन सरकार में कांग्रेस शामिल होगी तो उसकी एक शर्त युवाओं और महिलाओं से जुड़े अपने एजेंडे को लागू कराने की होगी.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में इस बार 403 विधान सभा सीटों पर सात चरणों में चुनाव होगा और मतगणना 10 मार्च को होगी. यूपी में विधान सभा चुनाव की शुरुआत 10 फरवरी को राज्य के पश्चिमी हिस्से के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ होगी. इसके बाद 14 फरवरी को दूसरे चरण में 55 सीटों पर, 20 फरवरी को तीसरे चरण में 59 सीटों पर, 23 फरवरी को चौथे चरण में 60 सीटों पर, 27 फरवरी को पांचवें चरण में 60 सीटों पर, तीन मार्च को छठे चरण में 57 सीटों पर और सात मार्च को सातवें तथा अंतिम चरण में 54 सीटों पर मतदान होगा.

2017 में हुए विधान सभा चुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस से समझौता कर 311 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जबकि सहयोगी कांग्रेस ने 114 सीटों पर किस्मत आजमाया था. चुनाव में सपा को केवल 47 सीटें ही मिलीं और उसको 21.82 फीसदी वोट मिले थे. वहीं कांग्रेस केवल 7 सीटें ही जीत पाई थी और उसे 6.25 फीसद वोट मिले थे. साल 2017 में बीजेपी ने 384 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे 39.67 फीसदी वोट मिले थे. बीजेपी ने 312 सीटों पर जीत दर्ज कर प्रचंड बहुमत हासिल किया था. वहीं बहुजन समाज पार्टी ने 403 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे केवल 19 सीटें और 22.23 फीसदी वोट मिले थे.