कॉफी के शौकीन लोग तरह-तरह के दावे कर सकते हैं. हो सकता है वो कॉफी के हर प्रकार के बारे में भी जानते हों. कॉफी बनाने के अलग-अलग तरीके भी पता हों, लेकिन क्या आपने कभी कॉफी के बैग पर बने छेदों पर गौर किया है? कॉफी के पेपर बैग पर कुछ बारीक छेद या लकीरें बनी होती हैं. ये आपकी कॉफी के फ्लेवर को बरकरार रखने के लिए होते हैं.

कॉफी का खास फ्लेवर उसकी जान होता है. रीडर्स डाइजेस्ट के मुताबिक, इसी फ्लेवर को बरकरार रखने के लिए इन छेदों को बनाया जाता है. अगर आपके घर में भी कॉफी के बड़े-बड़े पैकेट आते हैं तो आपने देखा होगा कि कुछ बैगों में एक छोटा सा छेद या कुछ छेद होते हैं, जो प्लास्टिक के वॉल्व से कवर होते हैं. लेकिन क्या ये छेद आपकी कॉफी की खुशबू को बिगाड़ नहीं देंगे? तो इसका जवाब है नहीं. ये खुशबू को बिगाड़ेंगे नहीं बल्कि इन्हीं की वजह से कॉफी की खुशबू और फ्लेवर बरकरार रहेगा.

कॉफी के बैग में छेद वास्तव में ताज़गी देने वाले उपकरण के रूप में काम करता है. दरअसल, कॉफी बीन्स को भूनने के बाद कॉफी बीन्स धीरे-धीरे भूनने के बाद कार्बन डाइऑक्साइड निकालती हैं. इस प्रक्रिया को डी-गैसिंग के रूप में जाना जाता है और ये बीन्स के पैक होने के बाद भी जारी रहती है. इसी कार्बन डाइऑक्साइड से कॉफी को बचाए रखने के लिए छेद और वाल्व बनाया जाता है, जो कार्बन डाइऑक्साइड को निकलने देता है लेकिन ऑक्सीजन को आने नहीं देता.

अगर ये गैसें बाहर नहीं निकल पातीं, तो वे बैग के भीतर जमा हो जातीं, जिससे कॉफी में बासीपन आने लगता है और ये समय के साथ अपना स्वाद खो देती है. इसके साथ ही कार्बन डाइऑक्साइड के बैग में जमा होने से ये फट सकता है.