मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश में विपक्ष की राजनीति के दो बड़े नेताओं की मुलाकात ने सियासत में नई चर्चा शुरू कर दी है। सवाल यह उठने लगा है कि क्या एक बार फिर लोकसभा चुनाव 2024 में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और हाल ही में दोबारा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बनाए गए आजम खान मिलकर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को कड़ी टक्कर देंगे? क्या MY (मुस्लिम+यादव) समीकरण को मजबूत करने के लिए आजम खान एक बार फिर अपने पुराने तेवर में लौटेंगे? हालांकि, इन सवालों के बीच आजम खान और अखिलेश यादव की अलग केमिस्ट्री मुरादाबाद में देखने को मिली। दोनों एक निजी कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे। इस दौरान मीडिया से बातचीत के क्रम में अखिलेश यादव ने रामपुर में चुनावी हार का कारण गिनाया, तो आजम खान ने बीच में उन्हें काटते हुए मैनपुरी की जीत और रामपुर की हार की वजह अपने शब्दों में बता दी। इसकी चर्चा तेज हो गई है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शनिवार को मुरादाबाद में पार्टी के पूर्व विधायक यूसुफ अंसारी के बेटे की शादी में शिरकत करने पहुंचे। अखिलेश अपनी पार्टी के मुस्लिम चेहरे आजम खान के साथ बरेली से मुरादाबाद सड़क मार्ग से आए थे। बरेली वह प्लेन से आए थे। दरअसल, सपा नेता को पहले प्लेन से ही मुरादाबाद आना था, लेकिन मुरादाबाद प्रशासन ने प्लेन लैंडिंग की परमिशन यह कहकर देने से इनकार कर दिया था कि हवाई पट्टी के जीर्णोद्धार चल रहा हैं। अखिलेश ने केंद्र और प्रदेश दोनों सरकारों पर हमला बोला। कहा कि मोदी सरकार एक उद्योगपति को बचाने में लगी हुई है। उद्योगपति का एक लाख करोड़ रुपये डूब गया है। उद्योगपति प्रधानमंत्री जी के मित्र भी हैं।
अखिलेश यादव ने इस दौरान योगी सरकार को निशाने पर रखा। सपा प्रमुख ने कहा कि यूपी का पुलिस-प्रशासन बीजेपी के एजेंट की तरह काम कर रहा है। सपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे लादे जा रहे हैं। यूपी सरकार का अन्याय चरम पर है। ऐसा किया जाना लोकतंत्र के लिए खतरा है। अखिलेश ने कई सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न नाम लेकर गिनाए। अखिलेश ने कहा कि रामपुर में आजम खान पर जितना जुल्म किया गया इतना किसी भी सियासी परिवार के साथ नहीं हुआ होगा। उन पर अनगिनत झूठे मुकदमे लगाए गए।
अखिलेश ने भाजपा को बेईमान पार्टी बताया और कहा कि मैनपुरी लोकसभा चुनाव में भी अधिकारियों ने सरकार के इशारे पर सपा को चुनाव हराने की साजिश रची थी। लेकिन जनता ने जान की बाजी लगाकर वोट डालना तय किया था। अखिलेश ने रामपुर की हार को याद करते हुए कहा कि रामपुर के लोग भी यदि मैनपुरी की तरह वोट डालने का संकल्प ले लेते तब सपा ही जीतती। इसी दौरान आजम खान बोले कि रामपुर में भी लोगों में वोट डालने का जोश था। लेकिन मैनपुरी में गोली नहीं चलती।
आजम खान ने कहा कि रामपुर में पुलिस प्रशासन गोली चलवाने पर आमादा हो जाता है, इसलिए हमने लोगों की जान बचाई है। अखिलेश यादव ने मुरादाबाद जाने के दौरान आजम खान ने उनका रामपुर की सीमा पर स्वागत किया। अखिलेश ने काफी देर आजम खां का हाथ थामने रखा।