ओटावा. अक्सर महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में मधुमेह यानी डायबिटीज के मामले अधिक सामने आते हैं. आखिर क्यों? इस सवाल ने वैज्ञानिकों का ध्यान भी खींचा है. इसके नतीजे में शोध हुए. उनमें से एक हालिया शोध-अध्ययन के नतीजे सामने भी आए हैं. इनसे कुछ-कुछ उन कारणों का पता चलता है, जिनसे महिलाओं की तुलना में पुरुष अधिक डायबिटीज के शिकार होते हैं. जानते हैं इनके बारे में.
कनाडा की कॉन्कॉर्डिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन किया है. इस यूनिवर्सिटी की शोधकर्ता कैरी डेलनी और सिल्विया सैंटोसा ने इस अध्ययन की अगुवाई की है. अपने शोध के दौरान शोधकर्ताओं ने करीब 200 शोध-पत्रों का अध्ययन किया. यह देखने के लिए कि शरीर में जमा होने वाली चर्बी किस तरह से डायबिटीज को पैदा करने और बढ़ाने में अपनी भूमिका निभाती है. इससे पता चला कि चूंकि महिलाओं और पुरुषों के शरीरों में अलग-अलग जगह और अलग-अलग तरह से चर्बी जमा होती है, इसलिए उनमें डायबिटीज से जुड़ी स्थितियां भी भिन्न पाई जाती हैं.
इसलिए पुरुषों में डायबिटीज की बीमारी अधिक
कॉन्कॉर्डिया यूनिवर्सिटी के परफॉर्म सेंटर में अपने शोध-अध्ययन के निष्कर्ष अन्य जानकारों के सामने पेश करते हुए कैरी डेलनी ने बताया, ‘डायबिटीज का पेट के इर्द-गिर्द जमा होने वाली चर्बी से गहरा संबंध है. महिलाओं के शरीरों में त्वचा के ठीक नीचे यह चर्बी जमा होती है. जबकि पुरुषों में अंदरूनी अंगों के इर्द-गिर्द चर्बी जमा होती है.
इतना ही नहीं पुरुषों में वसा-कोशिकाएं अपना आकार बढ़ाती हैं. जबकि महिलाओं में इनकी संख्या बढ़ती है. बड़े आकार की वसा-कोशिकाएं स्वाभाविक तौर पर शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को अधिक नुकसान पहुंचाती हैं. इसीलिए महिलाओं की तुलना में पुरुष डायबिटीज के शिकार भी अधिक होते हैं.’ हालांकि कैरी ने इसके साथ यह भी जोड़ा कि यह कोई अंतिम नतीजे नहीं है. इस विषय पर और शोध की जरूरत अभी बनी हुई है.