नई दिल्ली. गलत पोजीशन में सोने से गर्दन से लेकर पीठ और कई दूसरी परेशानी हो सकती हैं. बहुत से लोगों को पेट के बल सोना पसंद होता है, लेकिन यह सोने का सबसे गलत तरीका है. हालांकि केवल कुछ वयस्क ही इस स्थिति में सोना पसंद करते है. पेट के बल सोने से गर्दन, पीठ और कूल्हे में दर्द हो सकता है. इससे एसिड रिफ्लक्स के लक्षण बढ़ सकते हैं. इसलिए खासतौर पर उन लोगों को इस पोजीशन में सोने से बचना चाहिए जो GERD (खाने की नली में खाना ऊपर लौटना) से पीड़ित हैं.
1. कमर दर्द बढ़ सकता है: जिन लोगों को पेट के बल सोने की आदत होती है, उन्हें कमर में दर्द की शिकायत हो सकती है. दरअसल पेट के बल सोने से हमारी बैक बोन अपनी नैचुरल शेप में नहीं रह पाती. इसी वजह से लंबे समय तक पेट के बल सोने से कमर में दर्द हो सकता है.
2. गर्दन और सिर में दर्द : पेट के बल सोने से गले में दर्द की शिकायत हो सकती है. समस्या गंभीर होने पर पूरे नर्व में दर्द महसूस होने लगता है. इससे सिर दर्द की समस्या भी हो सकती है. ऐसा इसलिए पेट के बल सोने से गर्दन मुड़ जाती है और सिर तक ब्लड की ठीक से सप्लाई नहीं हो पाती.
3. पेट से जुड़ी समस्या : जो लोग पेट के बल सोते हैं, उन्हें पेट से जुड़ी समस्याएं होने के ज्यादा चांस रहते हैं. ये अपच, कब्ज, पेट दर्द का कारण बनता है. दरअसल, उल्टा सोने के कारण हमारे पेट पर दबाव बढ़ जाता है और खाने का पाचन ठीक से नहीं हो पाता.
लड़कियों को पेट के बल क्यों नहीं सोना चाहिए?
महिलाओं या लड़कियों को भी पेट के बल न सोने की सलाह दी जाती है. इस पॉजिशन में सोने से उनमें ब्रेस्ट में दर्द की शिकायत हो सकती है. यह ब्रेस्ट पर दबाव डालता है और लगातार ऐसे सोने से उनमें दर्द की शिकायत भी हो सकती है. असल में पेट के बल सोने से ब्लड की सप्लाई पर भी असर पड़ता है, जो नुकसान पहुंचा सकता है.
इस पोजीशन में सोने का एक फायदा भी
पेट के बल सोने का एक फायदा भी है. इससे खर्राटों और स्लीप एपनिया की संभावना कम हो सकती है. इसलिए कभी-कभी अपने पेट के बल सोना ठीक होता है लेकिन अगर यह आपकी सोने की पसंदीदा स्थिति है, तो भविष्य में इससे समस्या हो सकती है.