नई दिल्ली. भारतीय सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद युवाओं के कई बड़े सवाल हैं. इसमें से बेहद महत्वपूर्ण सवाल ये भी है कि जो अभ्यर्थी थल सेना, वायुसेना या नौसेना में भर्ती के लिए लिखित, फिजिकल, मेडिकल और लिखित परीक्षा पास कर चुके हैं उन उम्मीदवारों की ज्वाइनिंग होगी या नहीं. थल सेना, नौसेना और वायुसेना की ओर से आयोजित एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कें इस बारे में स्पष्ट किया गया है. सेना के अधिकारियों ने बताया है कि इन अभ्यर्थियों को दोबारा इस प्रक्रिया से गुजरना होगा. इसके लिए उन्हें दोबारा आवेदन करना होगा.
सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अरुण पुरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कोरोना महामारी में संक्रमित हुए युवाओं के स्वास्थ्य में कई तरह का नुकसान पहुंचा है. इसलिए दोबारा मेडिकल कराया जाएगा. ,
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 46000 अग्निवीरों की नियुक्ति की एक छोटी शुरुआत की है लेकिन निकट भविष्य में 1.25 लाख तक अग्निवीरों की भर्ती की योजना है. उन्होंने कहा कि अगले 4-5 सालों में 50000-600000 अग्निवीरों की जरूरत होगी जो कि बाद में बढ़कर 90,000 से 1 लाख तक पहुंच जाएगी. उन्होंने कहा कि सेना में अग्निवीरों की भर्ती का आंकड़ा 46000 तक ही सीमित नहीं रहेगा.