यूपी। शाहजहांपुर जिले के अम्बेडकर गौटिया गांव में नाला निर्माण की मांग को लेकर जहां ग्रामीणों का एक पक्ष अंबेडकर पार्क में धरने पर बैठा है तो वहीं नाला निर्माण के खिलाफ भाजपा नेत्री आरती सिंह अपनी साथी रीना के साथ पानी की टंकी पर चढ़ गई। आरती सिंह को प्रशासनिक अधिकारियों ने टंकी से उतरने के लिए काफी मनाया, लेकिन वह नहीं मानी। टंकी के नीचे भाजपा पदाधिकारी ने जमकर हंगामा काटा। एसडीएम अंजलि गंगवार के नाला निर्माण बंद करने के लिए लिखित आश्वासन पर 4:30 घंटे बाद दोनों महिलाएं टंकी से उतरी।
मौजमपुर गौटिया गांव में बरसात के दिनों में पानी निकास नहीं होने को लेकर सभी घरों में जल भराव हो गया था। इसके बाद ग्रामीणों ने पानी निकास को लेकर कई बार धरना प्रदर्शन किया था। डीएम के निर्देश पर अधिकारियों ने गांव का सर्वे कर नाला निर्माण कार्य स्वीकृत किया था। नाला निर्माण कार्य ठेकेदार द्वारा शुरू कर दिया गया था। इसी दौरान नाला निर्माण मार्ग को लेकर भाजपा महिला किसान मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष आरती सिंह ने जमकर विरोध किया था और मजदूरों को भगाकर नाला निर्माण कर बंद कर दिया था। काफी दिनों तक जब नाला निर्माण कर शुरू नहीं हुआ तो बीते शुक्रवार को अंबेडकर ग्राम मौजमपुर जन कल्याण समिति की महासचिव ईश्वरी देवी के नेतृत्व में कुछ ग्रामीणों ने अंबेडकर पार्क में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया था।
धरना शुरू होने पर शनिवार की सुबह ठेकेदार द्वारा नाला निर्माण कार्य फिर से शुरू कर दिया गया था। नाला निर्माण पुरानी जगह पर होने से भाजपा नेत्री आरती सिंह नाराज हो गई और वह ईओ कल्पना शर्मा के आवास परिषद में स्थित पानी की टंकी पर अपनी साथी कार्यकर्ता रीना के साथ चढ़ गई और निर्माण कर बंद न होने पर टंकी से कूद जाने की धमकी दी। सूचना पर भाजपा महिला मोर्चा की जिला मंत्री चंद्रकांता, पूर्व नगराध्यक्ष संजय गुप्ता, भाजपा नेता सत्यपाल, विश्व हिंदू परिषद के जिला सह मंत्री सुरेश शर्मा पप्पू, मंत्री अभिषेक शर्मा, व्यापार मंडल अध्यक्ष हितेश गुप्ता रिंकू, भाजपा महिला ग्रामीण मंडल अध्यक्ष सविता वर्मा तमाम कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचकर और प्रशासनिक अधिकारियों पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा।
कोतवाल सुरेंद्र पाल सिंह ने महिला कांस्टेबल हिमानी व प्रीति को टंकी पर आरती के पास भेजा और समझने का काफी प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मानी। इसी दौरान आरती की अचानक तबीयत भी खराब हो गई। जिस पर महिला कांस्टेबल ने उन्हें पानी पिलाया, लेकिन आरती इसके बावजूद भी नीचे नहीं उतरी। तहसीलदार जयप्रकाश यादव, नायब तहसीलदार जगत मोहन जोशी व ईओ कल्पना शर्मा ने फोन के द्वारा आरती को काफी समझाया और टंकी से उतरने को कहा लेकिन आरती ने नाला निर्माण कार्य बंद करने के लिखित आश्वासन पर ही नीचे उतरने की बात कही।
चार घंटे बाद एसडीएम अंजलि गंगवार मौके पर पहुंची और उन्होंने भाजपा नेताओं से संपर्क कर आरती को नीचे लाने का प्रयास किया, लेकिन प्रयास सफल नहीं हो सके। इसके बाद एसडीएम ने तत्काल नाला निर्माण कार्य बंद करने एवं कई बिंदुओं पर जांच करने का लिखित आश्वासन दिया। जिसके बाद आरती सिंह एवं रीना लगभग 4:30 घंटे बाद टंकी से उतरी। तब जाकर प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
नाला निर्माण की मांग को लेकर दूसरे पक्ष का अंबेडकर पार्क में धरना अंबेडकर ग्राम मौजमपुर जन कल्याण समिति की महासचिव ईश्वरी देवी के नेतृत्व में जारी रहा। रामलाल वर्मा ने कहा कि जब तक नाला निर्माण कार्य पूरा नहीं होगा तब तक उनका धरना जारी रहेगा। इस दौरान रामगोपाल गुर्जर, अलका वर्मा, मधु कुमारी, पिंकी देवी, कीर्ति, सुनीता, अनम वर्मा, स्नेहलता, सुनीता, निर्मला देवी, आदित्य वर्मा, रामगोपाल गुर्जर, जितेंद्र, धीरज कुमार, कविता आदि मौजूद रहे।
धूप में टंकी के ऊपर लगभग साढे़ चार घंटे रहने के कारण भाजपा नेत्री आरती की तबीयत खराब हो गई। पुलिस के द्वारा जब उन्हें टंकी से नीचे लाया गया तो अचानक वह बेहोश होकर गिर गई। आनन फानन में एंबुलेंस के द्वारा उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। भाजपा महिला मोर्चा की जिला मंत्री चंद्रकांत ने बताया कि आरती का व्रत है और टंकी के ऊपर बिना कुछ खाए पिए तेज धूप में रहने के कारण आरती की हालत खराब हो गई है। डाक्टर इलाज कर रहे हैं। हालत में सुधार हो गया है।
भाजपा नेत्री आरती सिंह ने कहा कि गांव में जल भराव को लेकर नाला निर्माण करने के लिए उसका कोई विरोध नहीं है। विरोध केवल नाला निर्माण मार्ग को लेकर है। जहां से पहले नाला निकाला था वहीं से नाला निर्माण कराया जाए उसमें सरकार का कम खर्च आएगा जो नया रास्ता नाला निर्माण का बनाया गया है। उसमें अधिक खर्च सरकार का आ रहा है। कुछ लोग सरकारी रुपए का दुरुपयोग करने के लिए नाला निर्माण अधिक दूरी होने के बावजूद करने में लगे हैं। कम दूरी एवं कम खर्चे में जब नाला निर्माण हो सकता है तो अधिक दूरी तक नाला निर्माण क्यों कराया जा रहा है इसकी जांच होनी चाहिए।
एसडीएम अंजिल गंगवार ने बताया, जलकल के जेई एवं अन्य अधिकारियों द्वारा गांव में वाटर लेवल निकाला गया था उसी के अनुसार नाला निर्माण कार्य शुरू कराया गया था। अचानक आरती सिंह के द्वारा नाला निर्माण कार्य का विरोध किया गया था जिसके बाद भी अधिकारियों के द्वारा जांच कराई गई थी। फिलहाल मौजूदा स्थिति को देखते हुए निर्माण कार्य को बंद करा दिया गया है दोनों पक्षों की मौजूदगी में दोबारा जांच की जाएगी और उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।