मेरठ। काले रसगुल्ले के बिना मिठाई का स्वाद अधूरा है, तभी तो मिक्स मिठाई के डिब्बे काले रसगुल्ले के बिना मिठाई की गितनी पूरी नहीं होती है। खासतौर पर त्योहार दिनों में तो काले रसगुल्ले की मांग और भी बढ़ जाती है। गरमा गरम काले रसगुल्ले का स्वाद ऐसा कि एक बार खाने के बाद बार बार इसे खाने का मन करता हैं।
सफेद रसगुल्ले की तरह काले रसगुल्ले के भी छोटे बड़े कई साइज होते हैं। सामान्य रूप से काले रसगुल्ले का वजन 100 से 150 ग्राम तक होता है। लेकिन जागृति विहार स्थित राजस्थान स्वीट्स एंड नमकीन भंडार पर बनने वाले काले रसगुल्ले का वजन 250 ग्राम है। जिसे खासतौर पर त्योहारी सीजन में बनाया जाता है। हालांकि लोग शादी विवाह और खास आयोजन पर आर्डर पर भी इस रसगुल्ले को तैयार करवाते हैं।
स्वीट्स शाप के मालिक मनीष शर्मा बताते हैं कि इस बड़े आकार वाले रसगुल्ले को बनाने की शुरुआत छह साल पहले हुई और स्वाद के शौकीनों ने इस बाहुबली रसगुल्ले का नाम दिया। अब भी इसे बाहुबली रसगुल्ला ही कहा जाता है। एक शादी समारोह में हमने आर्डर पर बाहुबली रसगुल्ले तैयार किए। लोगों को इसका आकार और स्वाद इतना पसंद आया कि हमने इसे बनाना शुरू किया। तब से अब तक हम इसे बनाते आ रहे हैं।
इसे बनाने में मावा, पनीर, बादाम, काजू, किशमिश, सफेद इलायची और चिरौंजी की जरूरत होती है। इसमें केस का भी प्रयोग किया जाता है। जो इसका स्वाद और भी बढ़ा देता है, रसगुल्ले तैयार करने के बाद गरम चाशनी में डाला जाता है। गरमा गरम काले रसगुल्ले का स्वाद और भी बढ़ जाता है। सर्दियों में बाहुबली रसगुल्ले की मांग 70 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। हालांकि इन दिनों में भी प्रतिदिन 500 पीस की मांग है। इस बाहुबली रसगुल्ले की कीमत 40 रुपये हैं।