नई दिल्ली। ज़्यादा देर धूप में खड़े रहने से आपको कई तरह की दिक्कतों से गुज़रना पड़ सकता है। हालांकि, साथ ही यह भी याद रखना ज़रूरी है कि हमारी सेहत और विकास के लिए सूरज की रोशनी कितनी ज़रूरी है। एक समय में सनबाथिंग को एक तरह का योग माना जाता था। जिसे सेहत के लिए काफी फायदेमंद भी माना जाता था।
यह सब जानते हैं कि विटामिन-डी हमें सूरज से मिलता है, जो सेहत के लिए बेहद ज़रूरी होता है। विटामिन-डी हड्डियों और दांतों को मज़बूती देता है, इम्यून सिस्टम को सपोर्ट करता है, डिमेंशिया और मस्तिष्क की उम्र बढ़ने से बचाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि विटामिन-डी आपको कैंसर से भी बचाता है।
अगर आप धूप से अक्सर बचते हैं, तो आपको प्रोस्टेट कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। जी हां, आपने सही पढ़ा! प्रारंभिक अध्ययनों के अनुसार, सूर्य के प्रकाश की कमी से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है
तनाव के हार्मोन को ‘कोर्टिसोल’ के रूप में जाना जाता है। यह आपकी भूख को बढ़ा सकता है और विशेषज्ञों के अनुसार, उच्च कोर्टिसोल के स्तर से वजन बढ़ता है। सेंटर फॉर न्यूरोसाइंस, कोलोराडो विश्वविद्यालय द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि तेज़ रोशनी के संपर्क में आने से कोर्टिसोल के स्तर को कम किया जा सकता है।
सूरज की रोशनी उन लोगों की मदद कर सकती है जो अवसाद से जूझ रहे हैं। धूप कम निकलने के कारण एक विशेष तरह का डिप्रेशन हो सकता है, जिसे सीज़नल अफेक्टिव डिसऑर्डर (SAD) कहा जाता है। यह आमतौर पर सर्दियों के मौसम में होता है।
सूरज की रोशनी के संपर्क में आने से, शरीर के नाइट्रोजन ऑक्साइड के भंडार रक्तप्रवाह में निकल जाते हैं, जिससे रक्त वाहिकाओं के विस्तार के कारण रक्तचाप कम हो जाता है। साथ ही सूरज की रोशनी दिल की बीमारियों के ख़तरे को कम कर सकती है।
विशेषज्ञों के अनुसार, विटामिन-डी का डायबिटीज में पॉज़ीटिव प्रभाव पड़ता है। साल 2006 में स्वीडन में हुई एक स्टडी के अनुसार, कम उम्र से ही विटामिन-डी के सेवन से टाइप-1 डायबिटीज का ख़तरा कम हो सकता है।
वयस्कों और अनियंत्रित अस्थमा से पीड़ित बच्चों के रक्त में विटामिन डी का स्तर स्वस्थ लोगों की तुलना में काफी कम होता है। ऐसे में धूप लेने से फायदा पहुंच सकता है।
धूप का एक और कमाल का लाभ यह है कि यह वज़न को कम करने में भी मदद कर सकती है। अगर आप वज़न घटाना चाह रहे हैं को आपके लिए सनबाथिंग फायदमंद हो सकती है।