मुजफ्फरनगर। भाकियू युवा जिलाध्यक्ष की रिहाई एवं किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर भाकियू कार्यकर्ताओं ने खतौली तहसील का घेराव किया। तहसील परिसर के अंदर भाकियू कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। इस दौरान भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला। साथ ही दस सूत्रीय मांगों का ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
भाकियू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने तहसील में हुए धरना प्रदर्शन में किसानों को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार जिन राज्यों में है, वहीं पर किसानों का शोषण हो रहा है। चुनावी घोषणा पत्र में कहा गया था कि किसानों को बिजली मुफ्त दी जायेगी, लेकिन ट्यूबवेलों पर भी मीटर लगा दिए गए हैं। सरकार में सबसे ज्यादा भ्रष्ट बिजली विभाग है। उन्होंने कहा कि यूनियन के युवा जिलाध्यक्ष कपिल सोम ने अपने क्षेत्र के किसानों की आवाज उठाई तो प्रशासन ने उसको जेल में डाल दिया। उन्होंने ये भी कहा कि किसानों के गन्ने का भुगतान भी डिजिटल तरीके से होना चाहिए।
राकेश टिकैत ने दस सूत्रीय मांगों का ज्ञापन एसडीएम जीत सिंह राय को दिया। जिसमें उन्होंने गन्ने के दाम 450 रुपये कुंतल किए जाने की मांग की। धान की खरीद सरकार को करनी चाहिए। किसानों के ट्रैक्टरों पर सरकार ने जो दस हजार का जुर्माना लगाने के आदेश दिए हैं उसको हटाया जाने आदि मांगे शामिल हैं। उन्होने समस्याओं का समाधान न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। धरने पर जिलाध्यक्ष योगश शर्मा, मंडल अध्यक्ष सहारनपुर नवीन राठी, तहसील अध्यक्ष राहुल अहलावत, युवा मंडल अध्यक्ष विकास शर्मा, पवन खटाना, मांगेराम त्यागी, अशोक कुमार, ओमपाल सिंह आदि ने अपने विचार रखे।
धरने पर पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के युवा जिलाध्यक्ष कपिल सोम का दस साल का बेटा में पहुंचा। जिसने सैकड़ों लोगों के सामने कहा कि उसके पापा को पुलिस वालों ने जबरन जेल में बंद किया है। पापा ने कोई गलती नहीं की थी। पापा के जेल जाने के बाद भी पुलिस वाले परिवार को धमकाते हैं, जिससे दहशत बनी है। मासूम ने कहा कि अगर उसके पापा को जेल से रिहा नहीं किया गया तो वह आत्मदाह कर लेगा। इस पर निर्णय लिया गया कि यूनियन के दस कार्यकर्ता हर रोज रतनपुरी थाने पर जाकर गिरफ्तारी देंगे। उन्होने कपिल सोम को जेल भेजने वाले रतनपुरी इस्पेक्टर व सीओ बुढ़ाना पर भी कार्रवाई की मांग की है।