मुजफ्फरनगर। स्वामी कल्याण देव राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के छात्रावास के 1.54 करोड़ रुपये ट्रेजरी की प्रक्रिया में ही गुम हो गए हैं। कॉलेज से जारी हुआ यह बजट न तो कार्यदायी संस्था को मिला पाया और न ही कॉलेज या विभाग को वापस हुआ। छात्रावास का काम अधर में लटक गया है।
रामपुर तिराहा स्थित स्वामी कल्याणदेव राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में छात्राओं के छात्रावास के लिए प्रदेश सरकार ने 27 फरवरी 2019 को तीन करोड़ 40 लाख स्वीकृत किए थे। कार्यदायी संस्था समाज कल्याण निर्माण निगम को 23 जनवरी 2022 तक सभी कार्य पूरा करने का समय दिया गया था। स्वीकृति के बाद शासन ने कॉलेज को एक करोड़ 70 लाख जारी कर दिया, जो कार्यदायी संस्था को दे दिए गए। इस बजट से कार्य शुरू कर दिया गया।
इसके बाद दूसरी किस्त के रूप में शासन से आए एक करोड़ 54 लाख रुपये 31 मार्च 2021 को ट्रेजरी के माध्यम से कॉलेज प्राचार्य ने कार्यदायी संस्था को जारी किए थे। मगर, यह रुपये कहां गए, अब तक पता नहीं चला सका है। न तो यह कार्यदायी संस्था के खाते में पहुंचे और न ही शासन में विभाग के खाते में वापस हुए।
राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के प्राचार्य मिथलेश वर्मा ने ट्रेजरी को पत्र लिखा तो कोई निश्चित जवाब नहीं मिला। शासन में बात की गई तो बताया कि लैप्स पैसा उनके पास नहीं आया है। कॉलेज में छात्रावास का निर्माण कार्य बीच में ही लटका है।
राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के निवर्तमान प्राचार्य मिथलेश वर्मा का कहना है कि हम ट्रेजरी और विभाग को लगातार पत्राचार कर रहे हैं। मगर, बजट जारी नहीं हो पाया है।
कार्यदायी संस्था समाज कल्याण निर्माण निगम के अधिशासी अभियंता सहारनपुर केजी वर्मा का कहना है कि हम दो साल से इस प्रकरण को लगातार अफसरों के सामने रख रहे हैं। दो दिन पहले सीडीओ संदीप भागिया को पूरा प्रकरण बताया है। जब हमें बजट मिल पाएगा, तभी निर्माण कार्य करा पाएंगे। 2018-19 में योजना स्वीकृत हुई, काफी समय निकल गया है।
कोषागार के लेखाकार शिव कुमार का कहना है कि यह प्रकरण 31 मार्च 2021 का है। ट्रेजरी से प्रक्रिया पूरी करके लखनऊ एफएसडी को भेज दी गई। वहां से आरबीआई की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई। कॉलेज के पत्र का जवाब दिया जा रहा है।