मुजफ्फरनगर। जिले में परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता एवं स्वीकार्यता बढ़ाने के उद्देश्य से पुरुष नसबंदी पखवाड़ा चलाया गया। इसमें 140 महिलाओं और 11 पुरुषों ने स्वेच्छा से नसबंदी अपनाई और अन्य के प्रेरणा स्रोत बने।
सीएमओ डॉ महावीर सिंह फौजदार ने बताया कि परिवार नियोजन के साधन अपनाना सिर्फ महिलाओं की जिम्मेदारी नहीं, पुरुष भी अपनी जिम्मेदारी निभाएं। पुरुष नसबंदी से शारीरिक कमजोरी आती है, यह गलत धारणा है। परिवार पूरा होने पर परिवार नियोजन के स्थायी साधन नसबंदी को भी अपनाकर अपनी अहम जिम्मेदारी निभा सकते हैं। एसीएमओ एवं परिवार नियोजन कार्यक्रम की नोडल डॉ दिव्या वर्मा ने बताया कि पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के अंतर्गत 10 दिसंबर तक 11 पुरुषों व 140 महिलाओं ने स्वेच्छा से नसबंदी को अपनाया है। इसमें पहले स्थान पर खतौली ब्लॉक है। जहां पांच पुरुषों की नसबंदी हुई है। बाकी छह पुरुष नसबंदी जिले के अलग अलग इलाके में हुई। इस पखवाड़े में पुरुषों को नसबंदी के प्रति जागरूक करने और नसबंदी करवाने में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवनीश कुमार, सर्जन डॉ. देवेंद्र, ब्लॉक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (बीसीपीएम) कविता और ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर (बीपीएम) जावेद ने अहम भूमिका निभाई है।