अजमेर। गंज थाना पुलिस ने आनासागर झील में मिले दो-दो हजार रुपए के नकली नोट के बंडल को फेंकने वाले की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के साथ झील से लगती बस्तियों में भी तलाश कर रही है। मामले में आरोपी के पकड़े जाने के बाद ही नकली नोट के शहर मे लाने का मकसद और झील में फेंकने का कारण सामने आ सकेगा। हालांकि पुलिस ने मामले में अज्ञात के खिलाफ क्षतिकारित करने के आशय से संपत्ति चिन्ह को बिगाड़ने का मुकदमा दर्ज किया है।
थानाप्रभारी धर्मवीर सिंह ने बताया कि आनासागर झील में नकली नोट फेंकने वाले की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस की टीम तलाश के लिए अभय कमांड सेंटर के सीसीटीवी कैमरे के अलावा आसपास के व्व्यासायिक प्रतिष्ठानों के कैमरे की फुटेज खंगाली जा रही है। इसके अलावा नागफनी, बोराज रोड, दरगाह सम्पर्क सड़क क्षेत्र में रहने वाले संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। नेट कहां से आए, किस मकसद से लाए गए, फिर झील में क्यों फेंक दिया गया. . जैसे सवालों के जवाब आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही मिल सकेंगे।
89.44 लाख के नोट, बाकि बने लुगदीआनासागर चौकी प्रभारी बलदेव चौधरी ने बताया कि पुष्कर रोड पर आनासागर झील में मिले नकली नोट को सुखाने, गिनने में गंज थाना पुलिस को चौबीस घंटे से ज्यादा लगे। 89.44 लाख के नकली नोटों की ही गिनती की जा सकी। जबकि शेष लुगदी बन गए। एसबीआई के अधिकारियों ने भी प्रथम दृष्ट्या नकली करार दिया है।
पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में दो-दो हजार के नकली नोट चार नोट की फोटो कॉपी है। जिसको हू ब हू प्रिंट, कटिंग कर बंडल बनाए गए थे। दूर से असली-नकली की पहचान करना भी मुश्किल है। हालांकि झील के पानी में भीगने के कारण नकली नोट का रंग धुल गया।