जल जीवन मिशन के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में पाईप पेयजल योजना के लिए जिले के 235 गांवों के लिए डीपीआर बनाने का कार्य 2019 में पूरा हो गया था। इसके बाद राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन ने इनके लिए टेंडर जारी किए। दस दिसंबर 2020 को जिले के 221 गांवों में टंकी निर्माण के हैदराबाद की कंपनी जेएमसी को टेंडर छोड़ा गया और 14 गांवों के लिए हैदराबाद की गायत्री प्रोजेक्ट को टेंडर दिया गया। लेकिन अभी तक जिले में कहीं भी काम शुरू नहीं हुआ है। गायत्री प्रोजेक्ट तो अभी तक बैंक गारंटी जमा नहीं कर पाई, इस कंपनी को वर्क एग्रीमेंट ही जारी नहीं हुआ। जेएमसी ने टेंडर के 11 माह बाद बैंक गारंटी का पैसा जमा किया है। हाल ही इस कंपनी को वर्क एग्रीमेंट जारी किया जा रहा है। जिले में आदेश की प्रति अभी तक विभाग के पास नहीं आई है।
गायत्री प्रोजेक्ट पर सहारनपुर मंडल के 444 गांवों में लगभग 444 करोड़ का कार्य है। मंडल के किसी भी जिले में निर्माण की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। जेएमसी पर भी मुजफ्फरनगर जिले में लगभग 221 करोड़ का कार्य है। (संवाद)
छोटे ठेकेदारों को ढूंढ रहे
शासन ने बड़ी कंपनियों को टेंडर तो दे दिए है, लेकिन ये अब जल निगम में अब से पहले काम करने वाले ठेकेदारों को ढूंढ रही है। यही कारण है कि अभी तक काम शुरू नहीं कर पा रही है।
14 गांवों का कार्य गायत्री प्रोजेक्ट के पास
मौहम्मदपुर रायसिंह, काकड़ा, शुक्रताल, कादीखेड़ा, मुंडभर, शेखुपुरा, जौला, रोनी हरजीपुर, राठौर, कूकड़ा, बिरालसी, सौरम, कान्हाहेड़ी, खेड़ी सुड़ियान गायत्री प्रोजेक्ट के पास हैं।
जेएमसी कंपनी को मिले 221 गांव
जिले के बघरा ब्लाक के 22 गांव, चरथावल ब्लाक के 38 गांव, शाहपुर ब्लाक के दस, खतौली के 45, सदर के 25, जानसठ के 26, बुढाना ब्लाक के 21, मोरना ब्लाक के 16, पुरकाजी ब्लाक के 27 गांवों में पाईप पेयजल योजना की स्वीकृति हुई है।
समस्त प्रक्रिया शासन स्तर पर हो रही है। जिले में अभी तक दोनो कंपनियों ने अपना कार्य शुरू नहीं किया है। हमारी ओर से सभी 235 गांवों के स्टीमेट बनकर जा चुके हैं। जेएमसी कंपनी का वर्क एग्रीमेंट जारी होने की सूचना मिली है। प्रवीण कुट्टी, अधिशासी अभियंता जल निगम।