बागपत। बागपत में हिस्ट्रीशीटर परमवीर की हत्या के मामले में हिस्ट्रीशीटर सुनील राठी गिरोह के दो सदस्यों पर पुलिस ने 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। इनमें से एक आरोपित के भाई को पुलिस पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है।
उपचार के दौरान हो गई थी मौत
छपरौली थाने के हिस्ट्रीशीटर परमवीर निवासी ग्राम तुगाना समेत पांच लोगों पर बदमाशों ने ग्राम कुरड़ी में 22 जून 2020 को ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। गोली लगने से घायल परमवीर की 29 जून 2020 को हरियाणा के जनपद गुरुग्राम के मेदांता हास्पिटल में उपचार के समय मौत हो गई थी। परमवीर के भाई ने छपरौली थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। केस के आरोपित रोबिन खोखर निवासी ग्राम हलालपुर और दिनेश उर्फ टापा निवासी जनपद जींद (हरियाणा) फरार हैं।
चार अगस्त को किया था गिरफ्तार
दोनों आरोपित हिस्ट्रीशीटर सुनील राठी गिरोह के सदस्य हैं। सुनील राठी की माता एवं पूर्व चेयरमैन राजबाला चौधरी के भाई अरविंद राठी व ममेरे भाई परविंद्र को दिल्ली पुलिस ने गत चार अगस्त को गिरफ्तार किया था। अरविंद व परविंद्र पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। पूर्व में बागपत पुलिस कई अपराधियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
यह बताया एसपी ने
एसपी नीरज कुमार जादौन का कहना है कि आरोपित रोबिन व दिनेश उर्फ टापा पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। रोबिन खोखर का भाई सचिन खोखर पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है। फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
भूरा फरारी प्रकरण में जेल गए थे दोनों आरोपित
हिस्ट्रीशीटर सुनील राठी के इशारे पर ही 15 दिसंबर 2014 को देहरादून पुलिस से दो एके-47 व एक एसएलआर लूटकर गैंगस्टर अमित उर्फ भूरा निवासी ग्राम सरनावली (मुजफ्फरनगर) को छुड़ाया गया था। इस केस में आरोपित रोबिन व दिनेश को जेल भेजा गया था।