बागपत। शासन ने सीएम डैशबोर्ड की जिलों की विकास और राजस्व की रैंक जारी कर दी। इसमें बागपत को प्रदेश में 45वां स्थान मिला है और इस तरह जनवरी की रैंकिंग के मुकाबले जिला 11 पायदान नीचे खिसक गया। इनमें सबसे बुरा हाल गन्ना मूल्य भुगतान में दिख रहा है, जिसमें बागपत 72वें स्थान पर है तो जन शिकायतों के निस्तारण में भी जिले का बुरा हाल है।
बागपत का फरवरी में सीएम डैशबोर्ड पर विकास कार्यों में 46वां स्थान आया, जबकि जनवरी में 22वां स्थान था। फरवरी में राजस्व संबंधी कार्यों में 45वां स्थान आया, लेकिन जनवरी में 32वां स्थान था। दोनों को जोड़ने के बाद बागपत की रैंक 45वीं आई है, जबकि जनवरी में 34वां स्थान था। आवासों में बागपत 100 प्रतिशत, मंडी आय में 127 प्रतिशत, जल एवं सीवर संयोजन में 100 प्रतिशत तथा संपत्ति नामांतरण में 100 प्रतिशत उपलब्धि से बागपत प्रदेश की टाॅप फाइव सूची में रहा है।
बाकी अधिकांश कार्यक्रमों में बागपत की स्थिति कोई ज्यादा अच्छी नहीं है। साफ है कि जन कल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों व राजस्व संबंधी कार्यों के क्रियान्वयन धीमी गति का खामियाजा कहीं ना कहीं बागपत की जनता को भुगतना पड़ रहा है।