दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र, हरियाणा, मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में कोरोना के मामलों में काफी कमी दर्ज की जा रही है। दिल्ली में तो एक समय 36 फीसदी को पार कर चुका पॉजिटिविटी रेट अब 2 फीसदी के नीचे आ गया है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि दिल्ली में लॉकडाउन में ढील दी जा सकती है।
वहीं, महाराष्ट्र में पाबंदियां जारी रहेंगी. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि राज्य में पाबंदियां जारी रहेंगी और बाद में चरणबद्ध तरीके से इसमें ढील दी जाएगी. उधर, हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा है कि राज्य में तब तक लॉकडाउन नहीं हटेगा जब तक कोरोना पॉजिटिव रेट 5 फीसदी से नीचे नहीं आ जाता।
मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने भी 1 जून से राज्य में प्रतिबंध को हटाने के संकेत दिये हैं. बता दें कि दिल्ली, यूपी और हरियाणा में 31 मई को लॉकडाउन खत्म हो रहा है, वहीं महाराष्ट्र में 1 जून तक पाबंदियां लागू हैं.
देश की राजधानी दिल्ली में 20 अप्रैल से लॉकडाउन लगा हुआ है. हालांकि अब इसमें ढील दी जा सकती है. खुद सीएम केजरीवाल लॉकडाउन में ढील के संकेत दे चुके हैं. मुख्यमंत्री ने कहा था कि दिल्ली में 1000 से कम केस आने पर 1 जून से ढील दी जा सकती है. दिल्ली में केस लगातार कम हो रहे हैं और पॉजिटिविटी रेट भी लगातार नीचे जा रहा है. 22 अप्रैल को दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 36 प्रतिशत था, वहीं 27 मई को 1.53प्रतिशत पर आ गया। दिल्ली में गुरुवार को कोरोना के 1072 नए मामले दर्ज किये गए और इस दौरान 3725 लोगों ने इस जानलेवा बीमारी से जंग जीती है. दिल्ली में अब तक 23,812 लोगों की जान जा चुकी है. राजधानी में फिलहाल 16,378 एक्टिव मामले हैं और 13,82,359 लोगों ने अब तक कोरोना को मात दी है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन जैसी पाबंदियों को एक जून के बाद भी बढ़ाया जाएगा और उनमें बाद में चरणबद्ध तरीके से राहत दी जाएगी. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, ठाकरे ने मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान इस बाबत प्रशासन को जरूरी निर्देश दिए. कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए फिलहाल एक जून तक पाबंदियां लागू हैं. बयान में ठाकरे के हवाले से कहा गया है कि राज्य में संक्रमण दर के कम होने के बावजूद इस समय एहतियात की जरूरत है. ठाकरे ने कहा, ’10-15 जिलों में संक्रमण दर अब भी बहुत ज्यादा है. इसके अलावा, ब्लैक फंगस संक्रमण (जो कोरोना वायरस से उबर रहे या उबर चुके मरीजों में पाया जा रहा है) का खतरा है.’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘आज दैनिक मामलों की संख्या कम हो गई है और पिछले साल सितंबर में दर्ज की गई संख्या तक पहुंच गई है. हमें अब भी सावधानी बरतने की जरूरत है.’ उन्होंने कहा कि लॉकडाउन जैसी पाबंदियां एक जून को एक साथ नहीं हटाई जाएंगी।
हरियाणा में लॉकडाउन की वजह से कोरोना के मामलों में लगातार कमी आई है, लेकिन मनोहर लाल खट्टर सरकार फिलहाल कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है. इस वजह से ही 24 मई को खत्म हो रहे लॉकडाउन को 31 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है. इन सबके बीच हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य में कोविड-19 की मौजूदा संक्रमण (पॉजिटिविटी) दर करीब 9 फीसदी है और लोगों को तब तक कोई छूट नहीं दी जा सकती, जब तक कि यह 5 फीसदी से कम न हो जाए। अनिल विज ने कहा कि दुकानदारों को ऑड-ईवन फॉर्मूले के अनुसार दुकानें खोलने की अनुमति दी गई थी, जिसके तहत वे अब सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच अपनी दुकानें खोल सकेंगे. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और दिल्ली समेत आसपास के अन्य राज्यों में पूरी तरह से लॉकडाउन है, लेकिन हरियाणा सरकार ने लोगों की अपील पर कुछ छूट दी है. हरियाणा में फिलहाल 5 फीसदी से ऊपर ही पॉजिटिविटी रेट है. साथ ही यहां ब्लैक फंगस के मामलों में भी तेजी है. इसे देखते हुए खट्टर सरकार कोई रिस्क नहीं लेना चाहेगी और लॉकडाउन आगे भी जारी रहेगा. हालांकि पाबंदियों में थोड़ी ढील दी जा सकती है। जानें 31 मई के बाद यूपी में जारी रहेगा लॉकडाउन या होगा अनलॉक? नीचे क्लिक कर अगले पेज पर जाए ओर पढें पूरी खबर