मेरठ. बागपत जिले के गांव जिवाना गुलियान में कोरोना काल में मारे गए आर्थिक तौर पर कमजोर ग्रामीणों के नाम 39.40 करोड़ रुपये की आरसी जिला प्रशासन की मार्फत मध्य प्रदेश से भेजी गई हैं। बड़ौत तहसील से अमीन ने ग्रामीण के बेटे को आरसी सौंपी तो वह हैरान रह गया। प्रशासन ने जांच कराने की बात कही है।
बागपत जिले के ग्राम जिवाना गुलियान निवासी सुरेंद्र ने एसडीएम बड़ौत को बताया कि 10 जून को अमीन राहुल कुमार ने उसे स्वर्गीय पिता रामधन शर्मा के नाम से 39.40 करोड़ रुपये की आरसी तामील कराई। आरसी मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से जारी हुई है। आरसी में तहसील में रुपए जमा करने करने के लिए 15 दिन की मोहलत दी गई है। सुरेंद्र ने एसडीएम को बताया कि पिता रामधन का कोरोना काल में 27 मई 2020 को देहांत हो गया था। सुरेंद्र ने अधिकारियों को मृत्यु प्रमाण पत्र भी सौंपा।
सुरेंद्र ने कहा कि पता चला है कि 2019 में मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में बालू रेत खनन का पट्टा लेने में उसके पिता का फोटो और फर्जी पहचान पत्र लगा हुआ हैं। जबकि हमारे परिवार ने कभी रेत खनन का काम मध्य प्रदेश तो दूर यूपी में भी नहीं किया।
एसडीएम बड़ौत सुभाष सिंह का कहना है कि मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से जिवाना गुलियान गांव निवासी मृत व्यक्ति के नाम आई 39.40 करोड़ रुपये की आरसी की जांच कराई जाएगी। आशंका जताई जा रही है कि किसी खनन माफिया ने रामधन का फोटो और पहचान पत्र का गलत इस्तेमाल किया है। जांच में तस्वीर साफ होगी।