शामली। लंबे समय तक आतंक का पर्याय रहे मुकीम काला व उसके गिरोह के तीन बदमाशों को दिल्ली, हरियाणा व सहारनपुर की जेलों से कड़ी सुरक्षा में कैराना जिला न्यायालय में पेशी पर लाया गया। इस दौरान कचहरी परिसर छावनी में तब्दील रहा तथा वादकारियों को नए गेट के स्थान पर पुराने गेट से अंदर आने दिया गया। चारों बदमाशों की कोर्ट में पेशी के बाद उन्हें सुरक्षा में वापस जेलों में भेज दिया गया।
रंगदारी, लूट, हत्या व डकैती के साथ ही कैराना से व्यापारियों के पलायन का सूत्रधार मुकीम काला व उसके गिरोह के बदमाश विभिन्न जेलों में बंद हैं।
सोमवार को सहारनपुर जेल में बंद मुकीम काला निवासी जहानपुरा थाना कैराना, दिल्ली की मंडौला जेल में बंद मुंशाद निवासी खंद्रावली, हरियाणा की कुरुक्षेत्र जेल में बंद सादर निवासी तीतरो व यमुनानगर की जेल में बंद खुरगान निवासी डा. इसरार को कड़ी सुरक्षा के बीच कैराना स्थित जिला एवं सत्र न्यायालय शामली में पेशी पर लाया गया।
उनकी यह पेशी 24 अगस्त 2014 को आयरन स्टोर स्वामी शिवकुमार एवं उनके ममेरे भाई राजेंद्र की रंगदारी नहीं देने पर की गई हत्या के साथ ही डकैती एवं हत्या के अन्य अन्य मामलों को लेकर हुई।
बदमाशों के आने से पहले ही कचहरी परिसर छावनी में तब्दील कर दिया गया। सीओ जितेंद्र कुमार व कोतवाली प्रभारी प्रेमवीर राणा ने सुरक्षा की कमान संभाल रखी थी। इसके अलावा शामली से क्राइम ब्रांच के जवानों ने भी बदमाशों के इर्द-गिर्द डेरा डाल रखा था।
शामली पुलिस लाइन से पांच गाड़ियों से फोर्स कचहरी परिसर में सुरक्षा में लगाया गया। अन्य वादकारियों को नए गेट से नहीं आने दिया। पुराने गेट ही अन्य वादकारियों के लिए खोला गया था। गिरोह के सरगना मुकीम काला व उसके तीन साथियों की जिला जज की अदालत में पेशी के बाद संबंधित जेलों में भेज दिया गया।