मुजफ्फरनगर। शहर में 42 हजार परिवार ऐसे हैं जो मुफ्त का पानी पी रहे हैं। पालिका को 86 हजार परिवार गृहकर दे रहे हैं, लेकिन जल कर केवल 44 हजार ही दे पा रहे हैं। पालिका इन परिवारों के कनेक्शन वैध कर वसूली की तैैयारी कर रही है।

शहरी क्षेत्र में पानी के अवैध कनेक्शन की भरमार है। पालिका बोर्ड बैठक, समीक्षा बैठक में यह मुद्दा उठ चुका है। चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने जलकल विभाग को निर्देश दिए हैं कि जिन लोगों के पास पानी के अवैध कनेक्शन है, अभियान चलाकर इन सभी के कनेक्शन वैध कर दिए जाएं।

जल कल अभियंता सुनील कुमार ने बताया कि नगर पालिका क्षेत्र में 86 हजार मकान रजिस्टर्ड हैं, जिनका गृहकर पालिका को मिल रहा है। नगर पालिका के कुल 52 हजार पानी के कनेक्शन हैं, इनमें आठ हजार कनेक्शन ग्रामीण क्षेत्र में है। इनमें शहर से सटे क्षेत्र आदर्श कालोनी, लालबाग, अलमासपुर, सरवट आदि हैं। शहर में केवल 44 हजार पानी के कनेक्शन है।

शहर में पानी के अवैध कनेक्शन के खेल की आशंका है। लोगों के घरों तक पानी पहुंच रहा है, लेकिन कनेक्शनों की संख्या नहीं बढ़ रही है।

नगर पालिका की ओर से पेयजल आपूर्ति के लिए 66 ट्यूबवेल कंप्यूटराइज है। 25 जेनरेटर पालिका के पास है ये भी कंप्यूटर से ही चल रहे हैं।

नगर पालिका जलकर के रूप में 50 रुपये, 35 रुपये, 25 रुपये प्रतिमाह के हिसाब से गृहकर के आधार पर वसूलती है। ग्रामीण क्षेत्र में 70 रुपये प्रतिमाह है। हर साल पालिका को लगभग एक करोड़ का नुकसान पानी के अवैध कनेक्शन से हो रहा है।

नगर पालिका में गृहकर 86 हजार मकानों का जा रहा है। सच्चाई यह है कि बीते पांच सालों में शहर में 15 हजार से अधिक मकान बने हैं, जो पालिका के रिकार्ड में ही नहीं है। इन मकानों में भी पानी का कनेक्शन अवैध रूप से चल रहा है। गृहकर और जलकर दोनो की चोरी हो रही है।

चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल का कहना है कि वह पानी के अवैध कनेक्शनों को लेकर अभियान चलाने का कई बार आदेश दे चुकी है। जल कल विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा है। नगर पालिका को अवैध कनेक्शन से बहुत बड़ा घाटा है।

नगर पालिका के जलकल विभाग के अधिशासी अभियंता सुनील कुमार का कहना है कि पानी के अवैध कनेक्शन का प्रकरण संज्ञान में है। हमने कुछ कनेक्शन वैध किए हैं। अवैध कनेक्शन चिन्हित करने को भी अभियान चलाया जाएगा।