मुजफ्फरनगर। जिले में शिव भक्त कांवड़ियों की संख्या को बढ़ते देखकर पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा के इतंजाम बढ़ा दिए है। पूरे कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाली गंगनहर किनारे पर 44 गोताखोरों की ड्यूटी लगाई है। तो 15 वाच टावर लगाए है जिनके माध्यम से दूर तक कांवड़ यात्रा पर निगाह रखी जा रही हैं।

बीस जुलाई को पंचक समाप्त होने के बाद हरिद्वार से लाखों कांवड़ियों ने एक साथ गंगाजल उठाया था। उसके बाद से जिले में कांवड़ियों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई है, जो लगातार बढ़ती जा रही है। लाखों कांवड़ियों की यात्रा सुरक्षित करने के लिए पुलिस प्रशासन दिन रात जुटा हुआ है।

जिले में हरिद्वार एनएच-58 के साथ ही कांवड़ गंगनहर पटरी पर एक नहीं अनेकों झाल, नहर पुल पड़ते है और वहां पर कांवड़ियां नहाते भी है। गंगनहर में नहाते समय किसी कांवड़ियां के साथ कोई हादसा न हो जाए इसलिए पुलिस प्रशासन ने हर पुल पर दो गोताखोर तैनात किए है। सबसे ज्यादा गोताखोर खतौली गंगनहर, भोपा की निरगाजनी गंगनहर पर लगाए है। कुल 44 गोताखोर की डूबते कांवड़ियों को बचाने के लिए लगाए गए है।

जिले में कांवड़ियों की बढ़ रही संख्या को देखते हुए पुलिस अधिकारी चौकन्ना है। कहीं भी कोई छोटी सी चूक न हो जाए इसके लिए भी पुलिस लगातार सतर्क है। कांवड़ यात्रा पर दूर तक निगाह रखने के लिए 15 वाच टावर बनाए गए है। एक टावर पर दो पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। शिफ्टवार ड्यूटी चलती है। वाच टावर से कांवड़ यात्रा के साथ ही संदिग्धों पर भी नजर रखी जा रही है। एसएसपी विनीत जायसवाल ने लापरवाही न बरतने के सख्त निर्देश दिए है।

गंगनहर मेें पानी के तेज बहाव में नहाते समय डूबने की आशंका बनी रहती है इसी के चलते गंगनहर पर गोताखोर लगाए गए है। संदिग्धों व कांवड़ यात्रा पर दूर तक निगाह रखने के लिए वाच टावर बनाएं है। दोनों स्थानों पर पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई है।